Congress President Election: कांग्रेस ने ऐलान किया है कि 17 अक्टूबर को पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव होगा। वहीं 19 अक्टूबर को मतगणना होगी। पार्टी वर्किंग कमेटी की मीटिंग में फैसला लिया गया कि 22 सितंबर को चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी होगा और नॉमिनेशन 24 सितंबर तक हो सकता है। पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि इस पद के लिए कोई भी चुनाव लड़ सकता है।

आनंद शर्मा ने उठाए सवाल:

रविवार, 28 अगस्त को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) पार्टी की मीटिंग वर्चुअल तरीके से हुई। अहम बात यह है कि बैठक गुलाम नबी आजाद द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद हुई। बता दें कि इस बार नौ हजार प्रतिनिधि वोट दे सकते हैं। वहीं इसको लेकर जी-23 के नेता आनंद शर्मा ने बैठक के दौरान पार्टी की मतदाता सूची पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि निर्वाचक मंडल के सदस्य पीसीसी के 9,000 प्रतिनिधियों के बारे में कोई पारदर्शिता नहीं है। ऐसे में इसकी प्रक्रिया पर ही सवाल उठ रहे हैं।

द इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि ऐसा माना जाता है कि इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अधिक पारदर्शिता की आवश्यकता पर आनंद शर्मा से सहमत हो गई। हालांकि जब बैठक खत्म हुई तो उसके तुरंत बाद कांग्रेस ने इस बात से इनकार किया कि बैठक में इस तरह का कोई भी सवाल किसी की तरफ से उठाया गया था। वहीं शर्मा ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि उन्होंने इस मामले को उठाया था और वो अपनी मांग पर कायम रहे।

शर्मा ने बैठक में कहा कि मधुसूदन मिस्त्री को प्रतिनिधियों के चुनाव के बारे में बताना चाहिए। पार्टी में आने वाली शिकायतों की तरफ इशारा करते हुए शर्मा ने कहा कि उन्हें बहुत सारी शिकायतें मिली थीं कि बूथ, ब्लॉक या जिला समितियों या पीसीसी की कोई बैठक नहीं हुई। उन्होंने पूछा कि ऐसे में यह 9000 प्रतिनिधियों की सूचियां कैसे तैयार की गईं।

प्रक्रिया में पारदर्शिता रखने का सुझाव देते हुए शर्मा ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले प्रत्येक समिति को सूचियां उपलब्ध कराई जानी चाहिए। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी ने इस सुझाव पर आश्वासन भी दिया। लेकिन पार्टी ने बाद में इससे मना कर दिया।

जी-23 के सदस्य पृथ्वीराज चव्हाण ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अगर सोनिया गांधी और राहुल गांधी अध्यक्ष पद के लिए इच्छुक नहीं हैं, तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चुनाव लड़ने पर हमें खुशी होगी। वहीं अगर कठपुतली अध्यक्ष बनाया गया तो पार्टी नहीं बचेगी। बता दें कि पिछली बार कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 2001 में चुनाव हुआ था, उस समय जितेंद्र प्रसाद ने सोनिया के खिलाफ चुनाव लड़ा था।

बैठक में भाग लेने वाले नेता:

रविवार को हुई कांग्रेस की वर्चुअल बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, आनंद शर्मा, पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री, केसी वेणुगोपाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, मुकुल वासनिक, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पी चिदंबरम उपस्थित थे।

क्या अध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया:

बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचक मंडल में प्रदेश कांग्रेस समितियों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। इसमें बूथ समिति, ब्लॉक समिति और जिला स्तर पर समिति बनाई जाती है और हर जिले से अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) का एक पदाधिकारी कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में वोट डालता है।

अध्यक्ष पद के चुनाव का कार्यक्रम पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा बनाया जाता है। कार्यकारी समिति की मदद से केंद्रीय चुनाव समिति और बाकी टीम का गठन कांग्रेस अध्यक्ष करता है। चुनाव समिति बनने के बाद चुनावी शेड्यूल में हर लेवल पर चयन, नामांकन, नाम वापसी, स्क्रूटनी, चुनाव, नतीजे और जीत के बाद सर्टिफिकेट देने तक की तारीखों का ऐलान होता है।

यहां खास बात यह है कि अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के लिए देश कांग्रेस समिति के सदस्य ही प्रस्तावक बनते हैं। कांग्रेस पार्टी के नियमों के मुताबिक कोई भी पार्टी का सदस्य खुद को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बना सकता है। इसके लिए उसे प्रदेश कांग्रेस समिति के 10 सदस्यों का समर्थन होना अनिवार्य है। वहीं अगर चुनाव में एक ही प्रत्याशी का नाम हो तो उसे ही अध्यक्ष मान लिया जाता है।