कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। अपनी परंपरा से हटते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 24 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की, जिसमें मौजूदा आठों विधायकों और 2013 के चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे 12 पार्टी उम्मीदवारों को स्थान दिया गया है।

दिल्ली में विधानसभा चुनाव की घोषणा अभी नहीं हुई है। आम तौर पर नामांकन प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची जारी होती है। पार्टी उम्मीदवारों की सूची ऐसे समय आई है जब पार्टी दिल्ली में अपने खोए हुए आधार को हासिल करने की कोशिश बड़ी शिद्दत से कर रही है। दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को भारी पराजय का सामना करना पड़ा था और पार्टी की 15 साल पुरानी सरकार का नेतृत्व कर रहीं शीला दीक्षित खुद नई दिल्ली के अपने निर्वाचन क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के हाथों हार गई थीं। कांग्रेस ने अब तक नई दिल्ली सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित इस बार संभवत: चुनाव नहीं लड़ेंगी। वे पार्टी के लिए मुख्य प्रचारक बनी रहेंगी।

कांग्रेस की सूची में नए चेहरों के रूप में पूर्व मेयर सतबीर सिंह जो महरौली से और सचिन बिधूड़ी तुगलकाबाद से चुनाव लड़ेंगे। दिल्ली में चुनावों की घोषणा अभी नहीं हुई है। इसी तरह से आम आदमी पार्टी दिल्ली के चुनावों को लेकर अपने ज्यादातर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी उम्मीदवारों की पहली सूची में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह, पूर्व मंत्री डाक्टर अशोक कुमार वालिया, राजकुमार चौहान और हारून यूसुफ के नाम हैं।

मटियामहल से पांच बार विधायक रहे शोएब इकबाल को पार्टी ने उसी निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया है। शोएब इकबाल पिछली बार जद (एकी) में शामिल होकर चुनाव जीते थे और हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। लवली अपने परंपरागत प्रभाव वाले गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ेंगे जहां से वे चार बार विधायक रहे हैं, जबकि पांच बार के विधायक रहे हारून यूसुफ बल्लीमारान से चुनाव मैदान में उतरेंगे।

शीला दीक्षित सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे राजकुमार चौहान को मंगोलपुरी से और एके वालिया को लक्ष्मीनगर सीट से फिर से चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। ये दोनों पिछले चुनाव में हार गए थे। इससे पहले ये दोनों चार बार विधायक रहे हैं। इन दोनों के अलावा ऐसे दस और नेताओं को पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है, जो पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे थे। पिछले चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे भीष्म शर्मा को घोंडा सीट से टिकट दिया गया है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि पार्टी की दूसरी सूची में कुछ और नए चेहरे खासकर युवा और महिलाएं शामिल हो सकती हैं।

दिल्ली में फरवरी में चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस और भाजपा किसी ने भी दिल्ली के लिए अभी तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया है। पिछले चुनाव में कांग्रेस के पास तीन बार की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित थीं तो भाजपा ने हर्षवर्धन को सामने रखा था।

पिछले साल दिसंबर में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को 31 और उसके सहयोगी अकाली दल को एक सीट मिली थी, जबकि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को 28 और कांग्रेस को सिर्फ आठ सीटें हासिल हुई थीं। बाद में कांग्रेस ने सरकार के गठन में आप का समर्थन किया था। लेकिन जनलोकपाल विधेयक पारित कराने में असफल रहने पर आप सरकार ने इस्तीफा दे दिया था और दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी सूची इस तरह से है-देवेंद्र यादव (बादली), सुरेंद्र कुमार (बवाना), जयकिशन (सुलतानपुर माजरा), डाक्टर बिजेंद्र सिंह (नागलोई जाट), राजकुमार चौहान (मंगोलपुरी), प्रहलाद सिंह साहनी (चांदनी चौक), शोएब इकबाल (मटिया महल), हारून यूसुफ (बल्लीमारान), धनवंती चंदेला (राजौरी गार्डन), मुकेश शर्मा (उत्तम नगर), तरविंदर सिंह मारवाह (जंगपुरा), सतबीर सिंह (महरौली), बलराम तंवर (छत्तरपुर), सुभाष चोपड़ा (कालकाजी), सचिन बिधूड़ी (तुगलकाबाद), रामसिंह नेताजी (बदरपुर), आसिफ मोहम्मद खान (ओखला), डाक्टर एके वालिया (लक्ष्मी नगर), नसीब सिंह (विश्वास नगर), अरविंदर सिंह (गांधीनगर), डाक्टर नरेंद्र नाथ (शाहदरा), चौधरी मतीन अहमद (सीलमपुर), भीष्म शर्मा (घोंडा), हसन अहमद (मुस्तफाबाद) हैं। पार्टी ने अपने सभी आठों विधायकों प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली, हारून यूसुफ, देवेंद्रर यादव, जयकिशन, प्रहलाद सिंह साहनी, आसिफ मोहम्मद खान, मतीन अहमद और हसन अहमद को इस बार फिर मैदान में उतारने का फैसला किया है।