महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस पूरी तरह से भाजपा को मात देने में जुट गई है। पार्टी भाजपा को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है। इसके मद्देनजर पार्टी ने अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं को ‘राष्ट्रवाद का सबक’ सिखाने की योजना बनाई है।
पार्टी क्लास लगाकर अपने नेताओं को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाएगी। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार कांग्रेस द्वारा अपने कार्यकर्ताओं के लिए एक ट्रेनिंग मॉड्यूल बनाने की योजना है। खबर के अनुसार कांग्रेस से जुड़े शीर्ष सूत्रों ने बताया कि ट्रेनिंग में महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसमें ‘राष्ट्रवाद’, ‘कम्यूनिकेशन’ और ‘प्रचार’ पर प्रमुखता से ध्यान दिया जाएगा।
पार्टी स्वतंत्रता संग्राम के नेतृत्व से जुड़े ‘राष्ट्रवादी साख’ पर जोर देगी। पार्टी की योजना इसके जरिये भाजपा के ‘छद्म राष्ट्रवाद’ की पोल खोलने की है। कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रचार के नए मेकेनिज्म से भी रूबरू कराएगी। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के एक पदाधिकारी ने बताया कि कि ट्रेनिंग में चुनाव के दौरान किस तरह का व्यवहार करना है, इसका प्रशिक्षण महत्वपूर्ण मुद्दा होगा।
इसके अतिरिक्त पार्टी मजबूती से संचार के साधनों और मौजूदा समय में कारगर रणनीति पर ध्यान देगी। इसमें नियमित रूप से मतदाताओं को ज्वलंत मुद्दों से जोड़े रखना महत्वपूर्ण है। कार्यकर्ताओं के लिए मॉड्यूल तैयार करने के क्रम में पार्टी की योजना अपने कार्यकर्ताओं को संस्थागत रूप देने की है। इसके तहत समय-समय पर उन्हें ट्रेनिंग दी जाती रहेगी। इसमें पार्टी के पदाधिकारी भी शामिल होंगे।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और सभी राज्यों के प्रमुखों और विधान दलों के नेता के साथ ही कांग्रेस के राज्य प्रमुखों की हुई लंबी बैठक के बाद ट्रेनिंग की बात प्रमुखता से निकल कर आई। पार्टी का फोकस भाजपा के राष्ट्रवाद की रणनीति को उलटना होगा जिसने कांग्रेस को राजनीतिक रूप से अधिक नुकसान पहुंचाया है। पिछले कुछ सालों में भाजपा ने राष्ट्रवाद के मुद्दे को अच्छी तरह से भुनाया है।