सोमवार को होने वाली सर्वदलीय बैठक से पहले कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कांग्रेस ने शनिवार को इस बात पर जोर दिया कि अगर संसद में गतिरोध को दूर किया जाना है तो भाजपा के तीन वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ कार्रवाई का मुद्दा एजंडे में होना चाहिए। संसद के मानसून सत्र के तीसरे हफ्ते की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह पर भी निशाना साधा और कहा कि किसी को आतंकवाद से मुकाबला करने के मामले में कांग्रेस को नसीहत देने की जरूरत नहीं है। विपक्ष के विरोध के चलते संसद में कामकाज बाधित है।

राज्यसभा में कांग्रेस के नेदा आजाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि गृह मंत्री हिंदू आतंकवाद के बारे में बात कर ध्रुवीकरण का प्रयास कर रहे थे और सरकार की असफलता से ध्यान हटा रहे थे। उन्होंने कहा कि कि जिस सरकार ने कुख्यात आतंकवादियों को रिहा किया और उन्हें अफगानिस्तान लेकर गए उन्हें हमें आतंकवाद पर लेक्चर नहीं देना चाहिए।

आजाद ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में संवाददताओं से बताचीत करते हुए कहा कि गतिरोध को दूर करने के लिए चर्चा करने में हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन यह उस बात पर आधारित होना चाहिए कि ललित मोदी विवाद के सिलसिले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व व्यापम घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ क्या कार्रवाई हो रही है।

उन्होंने कहा- यह (भाजपा के तीन वरिष्ठ नेताओं का भविष्य) चर्चा के लिए एजंडे में होना चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कांग्रेस संसद के मौजूदा सत्र में महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने को इच्छुक है। कांग्रेस ने शुक्रवार को ही यह साफ कर दिया था कि संसद में दो हफ्ते से जारी गतिरोध को दूर करने के लिए सर्वदलीय बैठक में उसकी हिस्सेदारी विपक्ष की मांगों के बारे में प्रधानमंत्री की ओर से ठोस प्रस्ताव पर निर्भर करेगी।

विपक्षी दल ललित मोदी विवाद को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व व्यापमं मामले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग को लेकर संसद की कार्यवाही चलने नहीं दे रहे हैं। संसद के मॉनसून सत्र के लगातार दूसरा हफ्ते हंगामे की भेंट चढ़ जाने के बीच सरकार ने गतिरोध तोड़ने के प्रयास में सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है।