2023 के असेंबली चुनाव के नतीजों से एचडी कुमारस्वामी खासे आहत हैं। वो इस बात से खफा हैं कि कांग्रेस ने उनको गच्चा दे दिया। कहां उनके ख्वाब किंग या किंगमेकर बनने के थे। लेकिन अब फिलहाल वो खाली बैठे अपने हथियारों को तराशने पर विवश हैं। फिलहाल उन्होंने कांग्रेस को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि उनके पेन ड्राइव में कांग्रेस के एक मंत्री की वो करतूत है जो दिखाते ही कर्नाटक सरकार को चेहरा छिपाना भारी हो जाएगा। खास बात है कि कुमारस्वामी कांग्रेस के समर्थन से सीएम बने थे। लेकिन बीजेपी के ऑपरेशन लोटस के बाद वो कुर्सी गंवा बैठे थे।
कुमार स्वामी का कहना है कि कांग्रेस के एक मंत्री ऐसे हैं जो अफसरों की ट्रांसफर\पोस्टिंग के नाम पर 10 करोड़ तक की रकम उगाह रहे हैं। उनका कहना था कि वो हवा में कोई बात नहीं कर रहे। उनके पास कांग्रेस के मौजूदा मंत्री की सारी करतूत का सबूत है। उनका कहना था कि जब सही समय आएगा तो वो इस सच को जनता के सामने लेकर आएंगे। लोग भी जान जाएंगे कि जो शरीफ होने का दावा करते हैं वो असल में क्या हैं। बकौल कुमारस्वामी एनर्जी डिपार्टमेंट में ये सारा खेल चल रहा हैं। वहां पोस्ट होने वाला अफसर रोजाना 50 लाख की कमाई करता है।
येदियुरप्पा के सुर में मिलाया सुर
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के नेता भाजपा के प्रति गर्मजोशी भी दिखाई। जद(एस) में दूसरे नंबर के नेता कुमारस्वामी ने कहा कि वह इस अभियान में शामिल होने वालों का समर्थन करेंगे। इससे एक दिन पहले कर्नाटक भाजपा के कद्दावर नेता येदियुरप्पा ने कुमारस्वामी के इस आरोप के लिए उनका समर्थन किया था कि व्यापक स्तर पर स्थानांतरण का धंधा जारी है, जिसमें अधिकारियों से उनके पद पर बने रहने के लिए 30 लाख रुपये वसूले जा रहे हैं।
कुमारस्वामी ने सिद्धरमैया ने कहा कि कल येदियुरप्पा ने मेरे बारे में कुछ अच्छे शब्द बोले थे। मैं गड़े मुर्दे नहीं उखाड़ना चाहता। इन लुटेरों पर लगाम लगाने के लिए कुछ करना होगा। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कुमारस्वामी के आरोपों को निराधार बताया। सिद्धरमैया ने कहा कि वह हताश हैं, इसलिए ऐसा बयान दे रहे हैं। शिवकुमार ने कहा कि कुमारस्वामी अपनी राजनीति करें। हमारा कर्तव्य लोगों की सेवा करना है, जो हम करेंगे।