Congress Demands JPC: अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद विपक्ष सरकार पर चारों तरफ से हमलावर है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सेबी चीफ माधबी पुरी बुच पर लगे आरोपों की जांच जेपीसी यानी संयुक्त संसदीय समिति से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे की जेपीसी से गहनता से जांच करानी काफी जरूरी है। खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार को अडानी ग्रुप के घोटालों की जांच करवाकर सेबी पर लगे आरोपों पर अपनी स्थिति बिल्कुल साफ करनी होगी।

कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस बाबत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है। उन्होंने कहा कि सेबी ने सुप्रीम कोर्ट के सामने पीएम मोदी के परम मित्र अडानी को हिंडनबर्ग के जनवरी 2021 के खुलासों में क्लीन चिट दी थी। अब सेबी की मुखिया पर ही तथाकथित तौर पर आरोप लगे हैं। उन्होंने कहा कि मिडिल क्लास के इंवेस्टर अपनी मेहनत की कमाई को शेयर बाजार में इंवेस्ट करते हैं।

इस तरह के घोटालों और आरोपों के बाद में सभी इंवेस्टर काफी परेशान हैं। उनको सिक्योरिटी की जरुरत है। खड़गे ने कहा कि इस घोटाले की जांच जेपीसी से कराना जरूरी है। कांग्रेस चीफ ने आगे कहा कि जब तक इस महाघोटाले की जांच जेपीसी के द्वारा नहीं कराई जाएगी तब तक पीएम मोदी अपने ए1 दोस्त की मदद करते रहेंगे और देश की सभी संवैधानिक संस्थाएं तार-तार होती रहेंगी।

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हिंडनबर्ग रिपोर्ट में चौंकाने वाले दावे

अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की ताजा रिपोर्ट में काफी सारे चौंकाने वाले दावे किए हैं। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि सेबी की चीफ माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के पास अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी। हिंडनबर्ग के आरोप केवल इतने पर ही सीमित नहीं रहे बल्कि इसमें कहा गया कि माधबी पुरी बुच और उनके पति की मॉरीशल की ऑफशोर कंपनी ग्लोबल डायनामिक ऑपर्चुनिटी फंड में हिस्सेदारी है।

इसमें सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि गौतम अडानी के भाई ने इसी कंपनी में अरबों डॉलर का इंवेस्ट किया है। ऐसा आरोप है कि इन सभी पैसों का इस्तेमाल शेयरों में बढ़ोतरी लाने के लिए किया गया था। साथ ही रिपोर्ट में कहा गया कि सेबी ने इस मामले में सही तरह से जांच नहीं की है, जबकि अडानी पर रिपोर्ट 18 महीने पहले ही आ गई थी।

सेबी चीफ और अडानी ग्रुप ने आरोपों को सिरे से खारिज किया

सेबी की चीफ ने हिंडनबर्ग की ताजा रिपोर्ट पर अपना पक्ष भी रखा है और इसे बिल्कुल ही निराधार बताया है। इतना ही नहीं माधबी पुरी बुच ने कहा कि इन आरोपों में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है। अडानी ग्रुप ने भी रिपोर्ट के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। ग्रुप ने कहा कि लगाए गए सभी आरोप शरारती और जोड़-तोड़ करने वाले हैं। ग्रुप ने कहा कि फर्म अपने फायदे के लिए इस तरह के दावे कर रही है। संबंधित खबर के लिए यहां क्लिक करें…