महाराष्ट्र के एक कांग्रेसी नेता ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर दिग्विजय सिंह की जुबान पर लगाम लगाने की मांग की है। दिग्विजय पर सोनिया क्या एक्शन लेती हैं ये तो समय ही बेहतर बताएगा, लेकिन उनकी चिट्ठी लीक होने के बाद विरोधियों के लिए यह मजे का सबब बन गया है। वो जमकर लुत्फ उठा रहे हैं।

एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय पर कटाक्ष करते हुए ट्विटर पर पोस्ट किया कि कांग्रेस के ‘युवराज’ के राजनीतिक गुरु दिग्विजय सिंह जी की हिंदू विरोधी मानसिकता के खिलाफ अब उन्हीं की पार्टी में आवाज बुलंद हो गई है। ध्यान रहे कि मिश्रा ने बीते दिन दिग्विजय पर तब भी हमला बोला था जब वो एक प्रदर्शन के दौरान बेरीकेड्स पर चढ़ते दिखे थे। तब तंज कसते हुए कहा था कि मंदिर की सीढ़िया चढ़ने की उम्र में ये पुलिस से भिड़ रहे।

महाराष्ट्र के नेता विश्वबंधु ने सोनिया को चिट्ठी लिखकर दिग्विजय सिंह को हिन्दू विरोधी बयान देने से रोकने की अपील की है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह पिछले 18 साल से लगातार हिंदू विरोधी बयान दे रहे हैं। इससे पार्टी को नुकसान उठना पड़ रहा है। उन्हें चुप करवाया जाना चाहिए। ऐसा नहीं होता है तो फिर पार्टी को आगे और भी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

विश्वबंधु ने कहा कि दिग्विजय सिंह एक विशेष वर्ग के वोटरों को खुश करने के लिए लगातार हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने में लगे हैं। पिछले दिनों कश्मीर में धारा 370 को लेकर बात करके उन्होंने पार्टी के बचे खुचे हिंदू वोटरों को भी नाराज़ कर दिया है। उऩके चलते हर राज्य में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ रहा है। पार्टी ने उन्हें गोवा का प्रभारी बनाया, जहां पर विधनसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद भी हम सरकार बनाने में नाकाम रहे।

दिग्विजय सिंह की वजह से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना जैसे वर्चस्व वाले राज्यों में भी पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि इन सबके बावजूद भी उन्हें महत्व देने से वोटरों में गलत संदेश जा रहा है। दिग्विजय सिंह के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार का ही परिणाम है कि सत्ता तक पहुंचने के बाद भी पार्टी को मुंह की खानी पड़ी।