पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम का आमंत्रण स्वीकार करने पर मचे हंगामे के बीच वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुशील कुमार शिंदे ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि आरएसएस का आमंत्रण स्वीकार करने में कुछ भी गलत नहीं है।क्योंकि वह एक सेकुलर इंसान और अच्छे चिंतक हैं, इस नाते वह आरएसस के कार्यक्रम में सेकुलर दृष्टिकोण रख सकते हैं।आरएसएस के प्लेटफॉर्म पर बात रखना बहुत जरूरी है। सुशील कुमार शिंदे ने कहा-हम खुश होंगे, अगर पूर्व राष्ट्रपति के विचार भाजपा और संघ की विचारधारा में कुछ सुधार लाते हैं।

बता दें कि संघ ने नागपुर मुख्यालय पर आयोजित स्वयंसेवकों के सघ शिक्षा वर्ग के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को आमंत्रित किया है।यह कार्यक्रम सात जून को है। नागपुर में पत्रकारों से बातचीत में यूपीए सरकार में पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार घाटी में शांति बहाली की दिशा में नाकाम साबित हुई है।पत्थरबाज सीआरपीएफ के वाहनों को निशाना बना रहे हैं, सरकार के लिए यह शर्मनाक है।शिंदे ने कहा कि जब हम गृहमंत्री थे तो इक्का-दुक्का घटनाएं ही होतीं थीं, तब बीजेपी वाले संसद में कहते थे-हमारा एक जाएगा तो उनके 11 हम वहां से लाएंगे। अब तो सरकार आपकी है, इंटेलीजेंस आपका है, मगर पत्थरबाजी की घटनाएं नहीं रुक रहीं हैं।