केंद्र सरकार पर हालिया समय में नागरिकता संशोधन कानून और कृषि कानून लाने को लेकर लगातार आरोप लगे हैं। विपक्ष का आरोप है कि सरकार बिना लोगों से बात किए ही इन दोनों कानूनों को ले आई। अब दो विदेशी इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट्स में भारत के लोकतंत्र को कमजोर करार दिया है। इनमें स्वीडन के वी-डेम इंस्टीट्यूट ने तो भारत को चुनावी तानाशाही की श्रेणी में रख दिया गया। इस पर एक टीवी डिबेट में कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत की भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा से बहस हो गई। जहां कांग्रेस नेता ने लोकतंत्र की हत्या के उदाहरण देते हुए देश में हुए अपराध गिनाने शुरू कर दिए, वहीं संबित ने उन पर पलटवार कर दिए।
क्या बोलीं सुप्रिया श्रीनेत?: आजतक के टीवी डिबेट में सुप्रिया श्रीनेत ने उत्तराखंड का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वहां भ्रष्टाचार के मुद्दे पर गए हैं सीएम, तो आखिर आईटी, ईडी, सीबीआई, एनआईए वहां कब पहुंचेगा। एक साल रहते सीएम बदल दिया गया, तो क्या इससे सारे पापों पर पर्दा डल जाएगा। यूपी में 13 साल की बच्ची से हुए गैंगरेप का मुद्दा उठाते हुए कहा, “जब यूपी में बच्ची के साथ गैंगरेप होता है, उसके पिता की निर्मम हत्या कर दी जाती है। तब प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और महिला-बाल विकास मंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं फूटता।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा, “लोकतंत्र की हत्या उसे कहा जाता है जब टीवी चैनल पर दौड़-दौड़कर हाथरस की लड़की का चरित्र हनन करते थे। लेकिन जब सीबीआई ने कहा कि गैंगरेप हुआ है, तब इनमें से एक आदमी के अंदर नैतिकता नहीं है कि ये देशवासियों से हाथ जोड़कर माफी मांगें। यह होती है लोकतंत्र की हत्या।”
सुप्रिया ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि मोदी जी से कहिए कि संत बनने की जो प्रक्रिया कर रहे हैं, अच्छी बात है, लेकिन सत्य भी बोलें संतों की तरह। वे सत्य से काफी दूर हैं। जो उनसे पूछ लेता है, उन पर इनकम टैक्स की रेड करा देते हैं। ये इनका लोकतंत्र है, ये इनके लोकतंत्र की बातें हैं।
संबित पात्रा ने किया पलटवार: सुप्रिया श्रीनेत के सवालों पर संबित पात्रा ने पलटवार करते हुए कहा- “इन्होंने कहा उत्तराखंड में आपने सीएम बदल दिया। सीएम बदलने से भारत का लोकतंत्र खत्म हो गया या यह और सुदृढ़ हो गया। यह बहस क्या है। सीएम बदल दिया, लोकतंत्र समाप्त हो गया। ये क्या मजाक बना रखा है आपने।”
भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा, “राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं और एक राजनीतिक परिवार से आते हैं। आप याद करिए जब राहुल गांधी ने संसद के बाहर खड़े होकर कहा था कि जम्मू-कश्मीर में हजारों लोग मारे गए हैं अनुच्छेद 370 के हटने के बाद। अगले दिन इमरान खान ने एक डोजियर बनाकर दिया था यूएन में कि देखिए हजारों लोग मारे गए कश्मीर में। बाद में पता चला कि यह सब झूठ है। आज यह जो लिखा गया है कि राहुल गांधी द्वारा कि भारत लोकतांत्रिक नहीं है। कल सभी बिकी हुई पत्रिकाएं इस बारे में लिखेंगी।”
पात्रा बोले- जब सर्जिकल स्ट्राइक हो तो आप हिंदुस्तान को बदनाम करें, एयरस्ट्राइक हो तो आप सबूत मांगें। भारत इतनी वाइब्रेंट डेमोक्रेसी है, पांच राज्यों में चुनाव हो रहा है। अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद पहली बार पंचायत स्तर के चुनाव हुए। पूरे विश्व ने तालियां बजाकर स्वागत तक किया था इसका।