कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि पीएम मोदी के शासन में सुधार का मतलब चोरी, इसीलिए वे लोकतंत्र से छुटकारा पाना चाहते हैं। सरकार के सुधार कार्यक्रमों की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने ट्विटर पर ये बातें कहीं। उनका बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि एक दिन पहले ही नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा था, ” भारत में कड़े सुधार लागू करना बहुत कठिन है। यहां बहुत अधिक लोकतंत्र है।”
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा,Under Mr Modi Reform = Theft. That’s why they need to get rid of democracy.

मंगलवार को एक कार्यक्रम में वर्चुअल रूप में अपनी बात रखते हुए नीति आयोग प्रमुख ने कहा: “भारतीय संदर्भ में कठिन सुधार करना बहुत मुश्किल हैं, हमारे यहां बहुत अधिक लोकतंत्र हैं… इन सुधारों (खनन, कोयला, श्रम, कृषि) को पूरा करने के लिए आपको राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाने की जरूरत है, साथ ही कई और सुधार अब भी किए जाने की जरूरत है।”

वर्तमान में तीन नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र और कुछ राज्यों के सामने टकराव की स्थिति है। नए कानूनों को लेकर खास तौर पर पंजाब और हरियाणा के किसानों के विरोध के एक सवाल के जवाब में, अमिताभ कांत ने कहा कि कृषि क्षेत्र में सुधार की जरूरत है।

उन्होंने बताया कि “यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भी रहेगा और मंडियां भी रहेंगी… किसानों के पास बेचने के लिए एक विकल्प जरूर होना चाहिए। क्योंकि इसी से उनका लाभ होता है। कहा कि “इस सरकार ने कठोर सुधार करने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाई है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि सुधारों की अगली शुरुआत राज्यों की ओर से होनी चाहिए।