Kisan Nyay Guarantee: लोकसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियां वोटर्स को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने महिलाओं और युवाओं के बाद अब किसान न्याय गारंटी योजना के तहत किसानों के लिए पांच गारंटी की घोषणा की है। इसमें एमएसपी पर कानून लाने से लेकर ऋण माफी आयोग बनाने का वादा शामिल है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कांग्रेस पार्टी आपके लिए पांच ऐसी गारंटियां लेकर आई है, जो आपकी सभी समस्याओं को जड़ से समाप्त कर देगी।
कांग्रेस पार्टी ने चुनाव से पहले किसानों के लिए की पांच बड़ी घोषणाएं
- MSP को स्वामीनाथन आयोग के फार्मूले के तहत कानूनी दर्जा देने की गारंटी।
- किसानों के ऋण माफ़ करने और ऋण माफ़ी की राशि निर्धारित करने के लिए एक स्थायी ‘कृषि ऋण माफ़ी आयोग’ बनाने की गारंटी।
- बीमा योजना में परिवर्तन कर फसल का नुकसान होने पर 30 दिनों के भीतर सीधे बैंक खाते में भुगतान सुनिश्चित करने की गारंटी।
- किसानों के हित को आगे रखते हुए एक नई आयात-निर्यात नीति बनाने की गारंटी।
- कृषि सामग्रियों से GST हटा कर किसानों को GST मुक्त बनाने की गारंटी।
देश की मिट्टी को अपने पसीने से सींचने वाले किसानों के जीवन को खुशहाल बनाना ही कांग्रेस का लक्ष्य है और यह 5 ऐतिहासिक फैसले उसी दिशा में बढ़ाए गए कदम। भारत की कृषि व्यवस्था में ‘समृद्धि का सूरज’ उगने वाला है।
बता दें कि बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने नारी न्याय (महिला न्याय) गारंटी के तहत पांच चुनावी वादो का ऐलान किया था। इसमें गरीब परिवारों की एक महिला को सालाना 1 लाख रुपए की गारंटी, आधी आबादी, केंद्र सरकार में सभी नई भर्तियों का आधा हिस्सा महिलाओं के लिए आरक्षित करने की गारंटी। शक्ति का सम्मान में आशा, आंगनवाड़ी और मिड-डे मील बनाने वाली महिलाओं के वेतन में केंद्र सरकार का योगदान दोगुना करने की गारंटी। इसके बाद अधिकार मैत्री में सभी पंचायत में एक अधिकार मैत्री की नियुक्ति की गारंटी, जो महिलाओं को जागरूक कर उन्हें उनके कानूनी अधिकार दिलाने में मदद करेंगे।
किसान आंदोलन के बीच घोषणाएं
बता दें कि 200 से ज्यादा किसान यूनियनों ने केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए इस साल 13 फरवरी को दिल्ली चलो मार्च का आह्वान किया था। किसान संगठन एमएसपी पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। साथ ही, वे सभी स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन और कर्ज माफी की भी मांग कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने किसानों के साथ कई दौर की वार्ता की थी। इसके बाद 10 मार्च को किसानों ने रेल रोको आंदोलन किया। वहीं, गुरुवार को बड़ी संख्या में किसानों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान महापंचायत की। संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, इस आयोजन में कम से कम 50,000 किसानों ने हिस्सा लिया।