किसान आंदोलन के दौरान मारे गए गए किसानों के परिजनों को मुआवजे देने के मुद्दे पर कांग्रेस, बीजेपी पर लगातार निशाना साध रही है। इसी क्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अगर सरकार के पास आकड़ा नहीं है तो कांग्रेस उन्हें देगी। उन्होंने कहा कि किसानों के परिजनों को मुआवजा देने में शर्म नहीं होनी चाहिए।
दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पीएम की गलती की वजह से किसानों की जानें गई हैं। इस दौरान कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार के उस बयान पर भी निशाना साधा, जिसमें कहा गया था कि सरकार के पास मरने वाले किसानों का डाटा नहीं है। संसद में कृषि मंत्री ने कहा था-“इस मामले में कोई रिकॉर्ड नहीं है और इसलिए मुआवजे का सवाल ही नहीं उठता”।
इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा- हमारे पास 403 मृत किसानों की लिस्ट है, जिन्हें पंजाब सरकार ने 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया है और 152 को नौकरी दी है। हमारे पास अन्य राज्यों के 100 नामों की एक सूची है और एक तीसरी सूची है, जिसमे नामों की सार्वजनिक जानकारी है। जिसे आसानी से सत्यापित किया जा सकता है। लेकिन सरकार कहती है कि ऐसी कोई सूची नहीं है।
आगे मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा- “पीएम ने खुद कहा है कि उनसे गलती हुई है, उन्होंने देश से माफी मांगी है। उस गलती की वजह से अब तक 700 लोगों की मौत हो चुकी है। अब आप उनके नाम के बारे में झूठ बोल रहे हैं। आपके पास उन्हें वह देने की शालीनता क्यों नहीं है जो उनका हक है? सरकार कैसे कह सकती है कि उनके पास किसानों की मौत का कोई डेटा नहीं है? पंजाब सरकार और अन्य के पास नाम हैं, तो ऐसा झूठ क्यों”?
बता दें कि किसान तीन विवादित कृषि कानूनों के साथ-साथ कई अन्य मुद्दों को लेकर पिछले एक साल से सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। इसमें से सरकार तीन कृषि कानूनों को वापस ले चुकी है। किसान संगठनों का दावा है कि आंदोलन के दौरान सात सौ से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। सरकार इन किसानों के परिवारों को मुआवजा दे।