राजस्थान के उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर के दूसरे दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार की नीतियों पर हमला बोला। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि देश में महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है, यह अस्वीकार्य स्तर तक बढ़ गई है। सरकार की गलत नीतियों के चलते ऐसा हो रहा है।

चिदंबरम ने कहा, “पिछले 8 सालों में विकास की धीमी दर मौजूदा सरकार की पहचान रही है, और महामारी के बाद अर्थव्यवस्था में सुधार की रफ्तार बेहत सुस्त और रुकी हुई है।” बता दें राजस्थान के उदयपुर में तीन दिवसीय ‘चिंतन शिविर‘ में चर्चा का नेतृत्व करने के लिए चिदंबरम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा अर्थव्यवस्था को लेकर गठित पैनल के प्रमुख हैं।

उन्होंने कहा कि वैश्विक और घरेलू घटनाक्रमों को देखते हुए आर्थिक नीतियों के फिर से निर्धारण करने पर विचार करना आवश्यक हो गया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा 2017 में लाए गए और गलत तरीके से लागू किए गए जीएसटी कानूनों के परिणाम अब सभी के सामने हैं। उन्होंने केंद्र-राज्यों के वित्तीय संबंधों की व्यापक समीक्षा की भी बात कही।

कहा- श्रीलंका जैसे हालात नहीं: पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि जिस तरह से आज राज्यों की वित्तीय स्थिति है, वैसे पहले कभी इतनी नाजुक नहीं रही है। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत में श्रीलंका जैसे हालात का डर नहीं है। चिदंबरम ने कहा कि मोदी सरकार की दमनकारी नीतियों के बाद भी यहां लोकतांत्रिक प्रक्रिया जारी है। हम आर्थिक चुनौतियों से निपटने में सक्षम होंगे।

ज्ञानवापी पर क्या बोले: ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर पी चिदंबरम ने कहा कि देशभर में पूजास्थलों की यथास्थिति बरकरार रखी जानी चाहिए। इसके अलावा कांग्रेस नेता दिल्ली के मुंडका में एक इमारत में लगी आग से 27 लोगों की मौत पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करती है।

बता दें कि दिल्ली की इस घटना को लेकर दिल्ली फायर सर्विसेज के निदेशक अतुल गर्ग ने जानकारी दी, “हमें रात को 27 शव मिले, कुछ शवों के हिस्से सुबह मिले हैं, जिससे लगता है कि ये 2-3 शव और होंगे। कुल मृतकों की संख्या 29-30 हो सकती है।”