Maharashtra election 2019: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कुछ ही दिन बचे हैं और पिछले कुछ दिनों से सावरकर की चर्चा जोरों पर है। इसकी बड़ी वजह भाजपा का संकल्प पत्र है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए जारी किए गए संकल्प पत्र में भाजपा ने विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने की बात कही है। जिसे लेकर कांग्रेस और विपक्ष के कई नेता नाराज़ हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने ट्विटर पर इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है जिसके बाद उन्हें ट्रोल का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा है कि पार्टी को सीधे नाथूराम गोडसे को भारत रत्न से सम्मानित करना चाहिए।

मनीष तिवारी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए लिखा कि एनडीए/भाजपा सरकार सावरकर को भारत रत्ना क्यों देना चाहती है? गोडसे को क्यों नहीं? सावरकर महात्मा गांधी की हत्या के एक आरोपी थे और बाद में गांधी की हत्या के लिए बरी कर दिया गया था। लेकिन गोडसे को दोषी ठहराया गया था और उन्हें फांसी दी गई थी। मनीष ने लिखा कि अगर आप महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहे हैं, इस अवसर पर आप उनका बहिष्कार करना चाहते हैं तो खुल कर कीजिये।

मनीष के ये ट्वीट करते ही कुछ यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगे। एक यूजर ने लिखा “जलता है बदन, क्यों कांग्रेसियों का जलता है बदन का सावरकर का नाम सुनकर। वैसे इंदिरा गांधी ने भी सावरकर को सम्मानित किया था। अब” एक यूजर ने तस्वीर शेयर करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंद्रा गांधी का सावरकर पर दिया गया एक बयान शेयर किया। 1970 में जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं, तब उन्होंने सावरकर के नाम पर डाक टिकट जारी करते हुए उन्हें देश के लिए अपना बलिदान करने वाला और देशभक्त कहा था। एक और यूजर ने इंद्रा गांधी द्वारा जारी सावरकर के डाक टिकट की तस्वीर डालकर लिखा “मनीष जी उल्टा ही चलना है तो पहले भूतकाल भी देखो आपकी दादी ने क्या कहा था।”

बता दें चुनावी घोषणापत्र में विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग उठाए जाने को उचित ठहराते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था कि वह इस तरह के ‘राष्ट्रभक्तों’ को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का विरोध कर रही है। इतना ही नहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सावरकर की तारीफ करते हुए कहा था कि यह सावरकर के संस्कार ही हैं कि हमने राष्ट्रवाद को राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा है।