कर्नाटक की विधानसभा में गुरुवार को राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार संघ की प्रार्थना गुनगुनाते नजर आए। गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा में ‘आरसीबी भगदड़’ मामले पर चर्चा हो रही थी। इस दौरान बीजेपी के विधायक आर अशोक ने डिप्टी सीएम शिवकुमार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि कर्नाटक सरकार को आरसीबी भगदड़ की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इस पर डीके शिवकुमार ने कहा कि उन्हें बीजेपी की सारी चालें पता हैं और फिर उन्होंने संघ की शाखा में होने वाली प्रार्थना की कुछ पंक्तियां भी पढ़ीं।

शुक्रवार सुबह मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “मैं एक पैदाइशी कांग्रेसी हूं… मैंने हर सियासी दल पर रिसर्च की है। मैं जानता हूं कि आरएसएस कैसे कर्नाटक संस्थान बना रहा है… वे हर जिले में सभी स्कूलों का अधिग्रहण कर रहे हैं। वे बच्चों को भी उपदेश देने की कोशिश कर रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “एक नेता के तौर पर, मुझे पता होना चाहिए कि मेरे विरोध कौन हैं और कौन मेरे दोस्त हैं। मैं सिर्फ आरएसएस और उसके इतिहास के बारे में जानने की कोशिश करता हूं… राजनीतिक रूप से, हमारे बीच बहुत मतभेद हैं। लेकिन बीजेपी को पता होना चाहिए कि मैं काफी ज्यादा पहचान गया हूं।”

विधानसभा में आरसीबी भगदड़ पर डीके शिवकुमार ने क्या कहा?

बीजेपी की तरफ से लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए डीके शिवकुमार ने कहा, “मैं कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) का सदस्य हूं और केएससीए सचिव समेत संस्था के लोग मेरे मित्र हैं। मैं बेंगलुरु का प्रभारी मंत्री हूं। मैं (4 जून को) हवाई अड्डे और स्टेडियम गया था। मैंने कर्नाटक का झंडा भी थामा, उन्हें (आरसीबी को) शुभकामनाएं दीं और कप को भी चूमा। मैंने अपना काम किया।”

उन्होंने आगे कहा, “दुर्घटना हुई। ऐसी घटनाएं दूसरे राज्यों में भी हुई हैं। जरूरत पड़ने पर मैं उन घटनाओं की सूची भी पढ़कर सुनाऊंगा जो अन्य जगहों पर भी हुई हैं। मेरे पास भी आपके बारे में कहने के लिए बहुत कुछ है।”

उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह गृह मंत्री जी परमेश्वर के साथ पले-बढ़े हैं। इस पर, विपक्ष के नेता, भाजपा के आर अशोक ने शिवकुमार को याद दिलाया कि उन्होंने एक बार कहा था कि वह ‘आरएसएस की चड्डी’ पहनते हैं। इसी दौरान शिवकुमार ने मुस्कराते हुए ‘नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे……’ गाना शुरू कर दिया। विपक्ष ने इस पर मेजें थपथपाईं, लेकिन कांग्रेस खेमे में सन्नाटा छा गया। 

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