हरियाणा में कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी (JJP) अपना आधार खो रही हैं। दोनों दलों के प्रति जनता का समर्थन खत्म हो रहा है। इसकी वजह से उनके नेता अब कांग्रेस पार्टी की शरण में आ रहे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता दीपेंदर सिंह हुड्डा ने कहा, “हरियाणा में ‘ऑपरेशन लोट्स’ उलटा चल रहा है। पिछले कुछ महीनों में 29 पूर्व विधायक, मंत्री कांग्रेस में शामिल हो गये हैं। भाजपा और जजपा ने हरियाणा में अपना आधार खो दिया है।”
पार्टी का दावा हरियाणा में देश में सबसे अधिक बेरोजगारी दर
इससे पहले पार्टी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर मनोहर लाल खट्टर की सरकार को निशाने पर लिया। पार्टी के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला, किरण चौधरी और कुमारी शैलजा ने मंगलवार को चंडीगढ़ में कहा कि राज्य में युवाओं के लिए यह “शाप” साबित हो रही है। पार्टी ने दावा किया कि हरियाणा में देश में सबसे अधिक बेरोजगारी दर है।
संयोग से तीनों नेता विधानसभा में पार्टी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को हटाने के लिए जाने जाते हैं और शायद ही कभी उस मीटिंग में पहुंचते हों, जिसे वे या प्रदेश अध्यक्ष बुलाते हैं। यह भी बहुत मुश्किल से होता है जब तीनों नेता संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे हों। तीनों नेता पार्टी ऑफिस में एक ही एसयूवी से दोपहर में पहुंचे जिसेस सुरजेवाला चला रहे थे।
नौकरी नहीं होने से राज्य में युवाओं की शादियां नहीं पा रही है
मीडिया से बात करते हुए सुरजेवाला ने कहा, “यह राज्य सरकार की कमजोर नीतियों की वजह से है कि हरियाणा के युवा रोजगार नहीं पा रहे हैं। यही वजह है कि उनका पारीवारिक जीवन प्रभावित हो रहा है। कई युवाओं की नौकरी नहीं होने से शादियां नहीं हो पा रही हैं।”
छत्तीसगढ़ के कांग्रेस पार्टी मामलों के प्रभारी कुमारी शैलजा ने सीएमआईई के आंकड़ों को पेश कर दावा किया कि सबसे अधिक 37 फीसदी बेरोजगारी दर के साथ “हरियाणा देश में पहले नंबर पर पहुंच गया है।” उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी तो छोड़िये, राज्य में प्राइवेट जॉब भी नहीं मिल रही है। बहरहाल उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार सीएमआईई के आंकड़ों को नहीं मानती है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पहले कहा था कि राज्य में बेरोजगारी दर केवल 6-7 फीसदी के आसपास है, 37 फीसदी नहीं जैसा कि सीएमआईई ने बताया है।
