मंगलवार को प्रधानमंत्री ने प्रयागराज में आयोजित मातृशक्ति महाकुंभ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से भी मुलाक़ात की। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात के दौरान उन्होंने बच्चे को गोद में भी लिया और उसे स्नेह से भी दुलारा। कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात के दौरान फोटो सेशन के वक्त एक महिला के सामने पर वहां मौजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उस महिला को सामने से हटा दिया। महिला को सामने से हटाने का वीडियो शेयर कर कांग्रेस नेता बी वी श्रीनिवास ने प्रधानमंत्री मोदी और योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा है।

दरअसल कांग्रेस नेता द्वारा शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मुलाक़ात कर रहे हैं। साथ ही वे उन महिलाओं के बच्चे को भी बड़े स्नेह से दुलार कर रहे हैं। तभी गोद में एक बच्चे को लिए हुए एक महिला पीएम मोदी के बगल में आकर खड़ी हो जाती है। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी के पीछे खड़े मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उस महिला को वहां से हटा देते हैं। कांग्रेस नेता बी वी श्रीनिवास ने महिला को हटाने का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए पूछा है कि आखिर वास्तव में यहां क्या हुआ? 

मंगलवार को प्रयागराज में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने 1.60 लाख स्वयं सहायता समूहों के खातों में एक हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की 1.01 लाख लाभार्थियों के खातों में भी 20 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 43  जिलों में ब्लॉक स्तर पर बनने वाले 202 टेक होम राशन प्लांट का भी शिलान्यास किया।

मातृशक्ति महाकुंभ कार्यक्रम में दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने योगी सरकार की जमकर तारीफ़ की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 5 साल पहले यूपी की सड़कों पर माफियाराज था! यूपी की सत्ता में गुंडों की हनक हुआ करती थी! इसका सबसे बड़ा भुक्तभोगी यूपी की बहन बेटियां थीं। उन्हें सड़क पर निकलना मुश्किल हुआ करता था। स्कूल, कॉलेज जाना मुश्किल होता था। आप कुछ कह नहीं सकती थीं, बोल नहीं सकती थीं। क्योंकि थाने गईं तो अपराधी, बलात्कारी की सिफ़ारिश में किसी का फोन आ जाता था। योगी आदित्यनाथ ने इन गुंडों को उनकी सही जगह पहुंचाया है। 

इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि डबल इंजन की सरकार बिना किसी भेदभाव और पक्षपात के बेटियों के भविष्य को सशक्त करने के लिए निरंतर काम कर रही है। अभी कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने एक और फैसला किया है। पहले बेटों के लिए शादी की उम्र कानूनन 21 साल थी, लेकिन बेटियों के लिए ये उम्र 18 साल ही थी। इसलिए बेटियों के लिए शादी की उम्र को 21 साल करने का प्रयास किया जा रहा है।