दिल्ली में आप की जीत के पक्ष में प्रतिक्रिया देना दिग्गज कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा को खासा महंगा पड़ गया और उन्हें पार्टी छोड़ने तक की हिदायत मिल गई। दरअसल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रचंड बहुमत से मिली जीत पर देवड़ा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तारीफ की। उन्होंने रविवार (16 जनवरी, 2020) को ट्वीट कर लिखा कि कम लोगों को पता है और स्वागत योग्य तथ्य साझा कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने अपना राजस्व दोगुना करना 60,000 करोड़ तक बढ़ा दिया और पिछले पांच सालों में अतिरिक्त राजस्व को भी बनाए रखा। ट्वीट में आगे लिखा गया, ‘दिल्ली अब भारत की सबसे अधिक आर्थिक समझदारी वाली सरकारों में से है।’

कांग्रेस नेता देवड़ा के इस ट्वीट पर दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन ने सख्त नाराजगी जाहिर की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भाई अगर आप पार्टी छोड़ना चाहते हैं तो जा सकते हो। इसके बाद अधूरे तथ्यों का प्रचार करिए। ट्वीट में अजय माकन ने लिखा, ‘चलिए मैं तथ्य साझा करता हूं, जिनके बारे में लोगों को बहुत कम पता है।’ मकान ने कहा, ‘1997-98 में अनुमानित बजट (राजस्व) 4,073 करोड़ रुपए था। 2013-14 में अनुमानित बजट (राजस्व) 37,459 करोड़ रुपए। चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) में कांग्रेस सरकार के दौरान 14.87 फीसदी का इजाफा हुआ।’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘साल 2015-16 में अनुमानित बजट 41,129 करोड़ रुपए और 2019-20 में 60,000 करोड़ रुपए रहा। AAP सरकार में चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर 9.90 फीसदी रही।’

अजय माकन की नसीहत पर मिलिंद देवड़ा ने भी पटलवार किया। उन्होंने कांग्रेस नेता को जवाब देते हुए ट्वीट किया, ‘भाई में कभी भी दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शीला दीक्षित के शानदार प्रदर्शन को कम नहीं करूंगा।’ देवड़ा ने कहा, ‘आप के साथ गठबंधन करने की वकालत करने के बजाय आपने शीला दीक्षित की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला होता तो कांग्रेस आज सत्ता में होती।’

देवड़ा ने सीएम केजरीवाल का एक वीडियो भी शेयर किया। इसमें केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली का बजट 30 हजार करोड़ से 60 करोड़ करने के लिए दाम नहीं बढ़ाए गए। वीडियो में सीएम केजरीवाल कह रहे हैं, ‘हमने टैक्स की दरे नहीं बढ़ाईं। पांच साल के भीतर एक चीज ऐसी नहीं हैं जिसपर टैक्स बढ़ाया गया हो। इसके उलट हर चीज पर टैक्स के दाम कर किए गए। ये दरें 12 फीसदी से पांच फीसदी तक की गई। दिल्ली में ‘छापामारी’ का राज बंद किया गया। चूंकि रेड मारे बिना हमारे पास टैक्स आ रहा था। व्यापारियों ने हमें टैक्स देना शुरू किया। इसके अलावा सरकार ने फिजूलखर्ची भी खत्म की। आप सरकार ने भ्रष्टाचार खत्म किया।’