प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोनिया गांधी पर किये गए हमले से नाराज कांग्रेस ने आज यह कहते हुए पलटवार किया कि ‘‘असली दगाबाज’’ का फैसला जनता करेगी जिसने लोगों से किया गया वादा पूरा नहीं किया। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश यह फैसला करेगा कि कौन ‘‘हवाबाज’’ और ‘‘दगाबाज’’ है।’’

सुरजेवाला ने कहा कि मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले वादा किया था कि सरकार विदेशों में स्थित कर पनाहगाहों से वापस लाये गए कालेधन में से प्रत्येक नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा करेगी। इस दावे को बाद में उनकी पार्टी के अध्यक्ष ने एक ‘‘जुमला’’ बता दिया था।

उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मोदी ने किसानों को भरोसा दिलाया था कि उन्हें अपनी उपज की कीमत पर 50 प्रतिशत मुनाफा मिलेगा लेकिन उनकी परेशानी और बढ़ गयी और उनमें से कुछ को आत्महत्या करने के लिए बाध्य होना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए अब निर्णय जनता को करना है कि कौन ‘असली दगाबाज’ है।

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर भूतपूर्व सैनिकों के लिए ‘वन रैंक वन पेंशन’ को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि भूतपूर्व सैनिक जहां एक ओर पिछले 90 दिन से आंदोलन कर रहे हैं, सरकार ने बिहार चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले योजना को अधिसूचित नहीं किया जिसे उसने कमजोर कर दिया है।

सुरजेवाला ने कहा कि जनता को अब तक यह समझ चुकी है कि ‘‘सुशासन’’ और ‘‘व्यापार करने में आसानी’’ के नारे ‘‘हवाबाजी’’ थे क्योंकि प्रत्येक दिन गुजरने के साथ अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने मोदी को सलाह दी कि वह अपने विरोधियों पर निशाना साधते समय इतना अधिक नहीं गिर जाएं कि वह लोगों की नजरों में ही गिर जाएं। कांग्रेस का यह जवाबी हमला मोदी द्वारा सोनिया गांधी पर उनके ‘‘हवाबाज’’ संबंधी बयान को लेकर पलटवार किये जाने के तुरंत बाद आया। मोदी ने कहा कि सरकार की ओर से कालेधन पर कड़े रुख के कारण ‘‘हवालाबाज परेशान’’ हैं और इसलिए वे उसके सुधारवादी एजेंडा की राह में ‘‘रोड़े’’ डाल रहे हैं।

कांग्रेस पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि ‘‘हवालाबाज’’ उनकी सरकार से जवाब मांग रहे हैं जबकि उनकी सरकार योजनाओं में खामियों को दूर करने और देश के खजाने को समृ्द्ध करने का काम में जुटी है।