कांग्रेस के सेवा दल की मध्य प्रदेश इकाई विवादों के घेरे में है। यहां सेवा दल ने कथित तौर पर अपने प्रेस वक्तव्य में प्रतिद्वंदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तारीफ कर दी। सीएनएन न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, नेशनल ट्रेनिंग कैंप के बीच सेवा दल ने यह प्रेस वक्तव्य जारी किया था। आरएसएस को उसमें सेना की तरह अनुसाशित संस्था बताया गया, जबकि आएसएस संस्थापक के.बी हेडगेवार को देशभक्त कहा गया।
सेवा दल का यह कैंप भिंड में सोमवार (27 अगस्त) को शुरू हुआ। यह 31 अगस्त तक चलेगा। 28 अगस्त को इस कैंप का शुभारंभ संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल जी भाई करेंगे। कार्यक्रम में प्रदेश के सीएम दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ भी उपस्थित रहेंगे।
सेवा दल ने इस घटना पर कहा कि वे लोग उस वक्तव्य के जरिए इतिहास बताना चाह रहे थे। आरएसएस की उसमें जो तारीफ की गई है, वह प्रिटिंग के दौरान हुई महज एक चूक है। हालांकि, सेवा दल के प्रमुख लाल जी देसाई ने कहा है, “प्रेस वक्तव्य हमारे खिलाफ साजिश है। सेवा दल की ओर से किसी ने भी इस तरह का कोई बयान नहीं जारी किया है।”
आपको बता दें कि हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस की तुलना आतंकी संगठनों से की थी। ब्रिटेन और जर्मनी के दौरे पर राहुल बोले थे कि आरएसएस, कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) और उससे जुड़े हुए मुस्लिम ब्रदरहुड जैसा है। कांग्रेस जहां देश को जोड़ने में लगी है, वहीं बीजेपी-आरएसएस देश तोड़ने में जुटी हैं।
क्या है कांग्रेस का सेवा दल?: सेवा दल जमीनी स्तर पर काम करता है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान इसका गठन किया गया था। मगर आजादी के बाद इसकी भूमिका ध्वजारोहण और मुसीबत के वक्त राहत-बचाव कार्य तक रह गई थी। जुलाई 2018 में कांग्रेस ने इसके ड्रेस कोड में परिवर्तन किया था। सेवा दल के कार्यकर्ता अब सफेद कुर्ते के साथ नीली जींस पहनते हैं, जबकि पहले वह सफेद कुर्ता और पयजामा पहनते थे।