Congress Electoral Trust Donation: इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इसमें कांग्रेस को लेकर बताया गया है कि पार्टी को 2024-25 में अनुदान, दान और अंशदान से 522.13 करोड़ रुपये प्राप्त हुए है। अहम बात यह है कि 2023-24 में प्राप्त राशि 1,129.66 करोड़ रुपये थी, और इस वर्ष चंदे की ये रकम आधी हो गई है।

लोकसभा चुनाव की घोषणा मार्च 2024 वित्तीय वर्ष 2023-24 में की गई थी, लेकिन ये चुनाव अप्रैल-जून 2024 (वित्तीय वर्ष 2024-25) के दौरान सात चरणों में संपन्न हुए थे। कांग्रेस को प्राप्त कुल चंदा भारतीय जनता पार्टी को 2024-25 में प्राप्त हुए 6,088 करोड़ रुपये का एक बहुत ही छोटा सा हिस्सा है।

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कहां-कहां से मिला कांग्रेस को चंदा

चुनाव आयोग को कांग्रेस द्वारा प्रस्तुत 2024-25 के अंशदान रिपोर्ट के मुताबिक, कुल 522 करोड़ रुपयों में से 60 प्रतिशत यानी 313.76 करोड़ रुपये चुनावी ट्रस्टों से प्राप्त हुए। रिपोर्ट में पार्टी को 20,000 रुपये से अधिक का दान देने वाले व्यक्तियों, कंपनियों और ट्रस्टों का विवरण दिया गया है। चुनाव आयोग को अलग से प्रस्तुत की गई पार्टी की 2024-25 की वार्षिक लेखापरीक्षा रिपोर्ट में चंदे के अलावा आय के अन्य सोर्सेज का खुलासा हुआ है।

ये सोर्सेज कूपन जारी करके संग्रह से प्राप्त 350.12 करोड़ रुपये , शुल्क और सदस्यता से प्राप्त 36.69 करोड़ रुपये और ‘अन्य आय’ से प्राप्त 9.33 करोड़ रुपये है। चुनावी ट्रस्टों का कुल दान में 60 प्रतिशत हिस्सा था। 2024-25 में कांग्रेस को दान देने वाले सबसे बड़े दानदाता हैं। कांग्रेस के बड़े दानदाताओं में आईटीसी इन्फोटेक इंडिया लिमिटेड (11.50 करोड़ रुपये), हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (10 करोड़ रुपये), संदूर मैंगनीज एंड आयरन ओर लिमिटेड (9.75 करोड़ रुपये), सुरेश ए कोटक (7.50 करोड़ रुपये), सेंचुरी प्लाईवुड (5 करोड़ रुपये) और आईटीसी लिमिटेड (4 करोड़ रुपये)। शामिल हैं।

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पार्टी के कई नेताओं ने भी दिया डोनेशन

पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने 3 करोड़ रुपये का योगदान दिया है और सांसद राजीव गौड़ा ने 4.20 करोड़ रुपये दान किए हैं। दान देने वाली कुछ अन्य कंपनियां ड्राइव इन्वेस्टमेंट (4 करोड़ रुपये), इंडियन फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड (2.50 करोड़ रुपये), स्टार सीमेंट लिमिटेड (3 करोड़ रुपये), फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रसेल क्रेडिट लिमिटेड (प्रत्येक 1 करोड़ रुपये) हैं।

कांग्रेस को चंदा देने वाले चुनावी ट्रस्टों में प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट (216.33 करोड़ रुपये); प्रोग्रेसिव इलेक्टोरल ट्रस्ट (77.34 करोड़ रुपये); एबी जनरल इलेक्टोरल ट्रस्ट (15 करोड़ रुपये), न्यू डेमोक्रेटिक इलेक्टोरल ट्रस्ट (5 करोड़ रुपये) और जनकल्याण इलेक्टोरल ट्रस्ट (9.5 लाख रुपये) शामिल हैं।

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बीजेपी के चंदे में भारी बढ़ोतरी

इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद बीजेपी के चंदे में भारी बढ़ोतरी हुई है। चुनावी ट्रस्टों के बड़े दानदाताओं में टाटा, महिंद्रा को, ओपी जिंदल ने एल एंड टी को, मेघा इंजीनियरिंग हैं। कांग्रेस को मिलने वाले चंदे में 2024-25 में आधी गिरावट आई और यह घटकर 522 करोड़ रुपये रह गया। 2026 के चुनाव से पहले डीएमके के चंदे में भारी वृद्धि हुई है, जो कार्यकर्ताओं के समर्थन पर आधारित है।

टीडीपी और जन सेना पार्टी को कौन फंड देता है। फार्मा, सोलर, रियल एस्टेट कंपनियों से लेकर व्यक्तिगत दानदाताओं तक होता है। बिहार चुनाव से पहले, जेडी(यू) और एलजेपी(आरवी) के चंदे में उछाल आया, चुनावी ट्रस्टों पर भरोसा जताया जा रहा है।

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