छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अंदर कलह मची हुई है। इसका सीधा नजारा जशपुर की एक कॉन्फ्रेंस में रविवार को दिखा, जहां टीएस सिंह देव और सीएम भूपेश बघेल के समर्थक मंच पर ही भिड़ गए और दोनों पक्षों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई।
अभी पंजाब कांग्रेस में घमासान खत्म भी नहीं हुआ था और अब छत्तीसगढ़ और राजस्थान कांग्रेस में भी कलह के बादल मंडराने लगे हैं। दोनों राज्यों में पार्टी के भीतर ही कुर्सी की लड़ाई पर संग्राम छिड़ा है।
दरअसल राज्य के जशपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सम्मेलन चल रहा था। यहां टीएस सिंह देव और सीएम भूपेश बघेल गुट के समर्थक मौजूद थे और कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष पवन अग्रवाल कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
लेकिन जैसे ही उन्होंने मंत्री टीएस सिंह देव के बारे में कहना शुरू किया, वैसे ही कुछ कार्यकर्ता मंच पर पहुंच गए और पवन अग्रवाल को धक्का देकर मंच से हटा दिया।
हालांकि बाद में कांग्रेस नेता पवन अग्रवाल ने मीडिया से ये कहा कि टीएस सिंह देव ने सीएम बनने के लिए 2.5 साल इंतजार किया, अब भूपेश बघेल को उनके लिए कुर्सी छोड़ देना चाहिए। जब यहां पर कांग्रेस की सरकार नहीं थी तो देव और बघेल ने साथ मिलकर काम किया है। ये उनकी ही वजह से संभव हो पाया है कि कांग्रेस सरकार में आई। जब मैं यह कह रहा था तो कुनकुरी विधायक के लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया।
इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पवन अग्रवाल के साथ धक्का-मुक्की करते देखा जा सकता है। वीडियो में देखा जा सकता है कि पवन अग्रवाल मंच पर भाषण दे रहे थे, तभी एक शख्स उनके पास आता है और उन्हें धक्का दे देता है। इसके बाद से चारों तरफ से कार्यकर्ता मंच पर चढ़ जाते हैं और हंगामे जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस दौरान कांग्रेस नेता पवन अग्रवाल के साथ बदसलूकी भी हुई।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में सिंहदेव और बघेल के बीच ढाई-ढाई साल के सीएम पद को लेकर तनातनी है। सिंहदेव समर्थक कई बार दिल्ली का रुख कर चुके हैं, लेकिन कोई हल नहीं निकला।