केंद्र सरकार खेल स्टेडियमों, राष्ट्रीय उद्यानों और ऐतिहासिक भवनों को लीज पर देकर लगभग 25 हजार करोड़ रुपये कमाने की योजना को अंतिम रूप देने कि तैयारी में है। सूत्रों के अनुसार देश के लगभग 100 ऐतिहासिक भवन जिनमें ताज महल, हिमाचल प्रदेश का कांगड़ा महल शामिल है को चिन्हित किया है। सरकार की इस योजना को लेकर कांग्रेस पार्टी ने हमला बोला है। कांग्रेस की तरफ से ट्वीट कर कहा गया है कि यह शर्म की बात है।
कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से रविवार को ट्वीट किया गया कि ‘मैं देश नहीं बिकने दूंगा’ का नारा लगाने वाले लोग आज देश का सब कुछ बेचने और लीज पर देने को आमादा हैं। यह बड़े शर्म की बात है। साथ ही एक तस्वीर भी पोस्ट की गयी है जिसमें लिखा है कि यह वो लोग कर रहे हैं जिन्होंने कहा था कि मैं देश नहीं बिकने दूंगा। बताते चलें कि ‘विरासत अपनाएं योजना’ के तहत सरकार की तरफ से दिल्ली का ऐतिहासिक लाल किला पहले ही डालमिया ग्रुप को दिया जा चुका है।
खबरों के अनुसार सरकार की तरफ से मुंबई की बौद्ध कनेरी गुफाएं, नई दिल्ली म्यूनिसिपल कमेटी के अंतर्गत आने वाली लोधी गार्डन जिसमें कई इमारतें हैं को भी लीज पर देने का विचार है। कई कंपनियों के साथ सरकार की इस मुद्दे पर बातचीत भी चल रही है।
ऐतिहासिक इमारतों के अलावा सरकार की तरफ से इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स स्टेडियम, मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्विमिंग पूल कॉम्प्लेक्स तथा डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज के अलावा जवाहर लाल नेहरु स्टेडियम को लीज पर देने की तैयारी है। सरकार का कहना है कि ये स्टेडियम पूरे साल खाली पड़े रहते हैं और इनकी देखभाल करनी पड़ती है।
खेल मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि स्टेडियम को लीज पर देने से इनकी इमारतों को संभालने में मदद मिलेगी। इन स्टेडियमों को सरकार की योजना है कि 30 साल के लिए लीज पर दिया जाएगा।

