कृषि कानून पर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच अभी तक बात नहीं बन पाई है। हालांकि, इस बीच किसानों को समर्थन जता चुके विपक्ष का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी का इटली जाना भाजपा के लिए एक बड़ा मौका बन कर सामने आया है। पार्टी लगातार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पर उनके विदेश दौरे को लेकर निशाना साध रही है। शुक्रवार को एक टीवी डिबेट के दौरान जब एंकर ने इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रवक्ता से सवाल पूछा, तो उन्होंने राहुल का बचाव किया और साथ ही साथ एनडीए गठबंधन से पार्टियों के टूटने पर भाजपा का घेराव किया।
दरअसल, न्यूज 18 पर डिबेट के दौरान एंकर अमिष देवगन ने पूछा था कि क्या आपको नहीं लगता कि किसान आंदोलन के बीच ही राहुल गांधी का विदेश जाना 2021 में भी पार्टी को भारी पड़ेगा। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कौन कहां गया है, इससे ज्यादा जरूरी है कि कौन, कहां नहीं गया है। प्रधानमंत्री जी 30 किमी दूर किसानों से खुले दिल से बात करते, तो 45 किसानों को महीने भर में शहादत नहीं देनी पड़ती। सुप्रिया ने आगे कहा, “2021 में विदेश और आर्थिक नीति को फोकस करने की जरूरत है। इधर-उधर की बातें मत कीजिए, जो कारवां लुट रहा है, उसे बचाइए।”
इस पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अगर हम कारवां की बात कर रहे हैं, तो एक का कारवां ऐसा था कि देखी जमाने की यारी, बिछड़े सभी बारी-बारी। आज शिवसेना ने कह दिया कि शरद पवार को नेता बना दिया जाए। अपने पार्टी के 23-23 बड़े लोग कारवां के ऊपर अलग होने को तैयार। हमारे यहां मोदी जी को सब तरफ से अलग-थलग किया गया। पर उन पर वो लाइन लागू हुई- मंजिलों की जुस्तजू में मैं अकेला ही चला था, लोग यूं जुड़ते गए और कारवां बनता गया। तो हमारा कारवां जुड़ रहा है आपका कारवां अलग हो रहा है।
इस पर एंकर ने कांग्रेस प्रवक्ता के सवाल को दोहराते हुए एनडीए से टूटी पार्टियों को लेकर त्रिवेदी से सवाल पूछा। अमिष ने पूछा कि अकाली दल, शिवसेना और हनुमान बेनीवाल भी भाजपा का साथ छोड़ चले गए। इस पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एनडीए के कारवां से जो अलग हुआ, उसका क्या हश्र हुआ। मायावती हमसे अलग हुईं, हमारे पास यूपी में तीन सौ सीटें आ गईं। जेडीएस कर्नाटक में हमसे अलग हुई, हमारी आज स्पष्ट बहुमत की सरकार है। शिवसेना हमसे अलग हुई, आज हम महाराष्ट्र में शिवसेना से दोगुनी बड़ी पार्टी हैं।