Delhi elections 2025 Free Cchemes: दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच जनता के लिए मुफ्त वादे करने की होड़ लगी हुई है। यह तीनों ही राजनीतिक दल चुनाव प्रचार के दौरान मुफ्त की कई योजनाओं का ऐलान कर चुके हैं। उनकी कोशिश है कि ऐसा करके राजधानी के मतदाताओं को अपने साथ लाया जा सके और दिल्ली में सरकार बनाई जा सके। इसी कड़ी में कांग्रेस की ओर से शनिवार को ऐलान किया गया है कि अगर दिल्ली में उसकी सरकार बनती है तो बौद्ध धर्म के लोगों को मुफ्त तीर्थ यात्रा कराई जाएगी।
उदाहरण के तौर पर अगर आम आदमी पार्टी ने महिलाओं को 2100 रुपये देने का वादा किया तो बीजेपी और कांग्रेस ने 2500 रुपये देने का वादा कर दिया है। आम आदमी पार्टी की सरकार 200 यूनिट बिजली फ्री देती है तो कांग्रेस ने इसे सत्ता में आने पर 300 यूनिट करने का वादा किया है।
पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता उदित राज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार अपने खर्च पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए तिरुपति, अयोध्या, वैष्णो देवी, बालाजी की तीर्थयात्रा का आयोजन करती है लेकिन सारनाथ, बोधगया, लुम्बिनी, दीक्षाभूमि, महू आदि बौद्ध स्थलों के लिए तीर्थयात्रा योजनाएं क्यों नहीं हैं?
कांग्रेस नहीं करती किसी के साथ भेदभाव: उदित राज
उदित राज ने कहा कि केजरीवाल ने भेदभाव किया लेकिन कांग्रेस किसी के साथ भेदभाव नहीं करती। कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद बौद्ध धर्म के लोगों को भी इस मुफ्त तीर्थ यात्रा का लाभ दिया जाएगा। बताना होगा कि आम आदमी पार्टी सरकार के द्वारा 2019 में ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ शुरू की गई थी। इस योजना के तहत दिल्ली सरकार बुजुर्गों के लिए अयोध्या, द्वारकाधीश, पुरी, वाराणसी, मां वैष्णो देवी धाम, अजमेर शरीफ, रामेश्वरम, शिरडी, तिरुपति बालाजी और अमृतसर सहित विभिन्न धार्मिक स्थानों की मुफ्त तीर्थ यात्रा का आयोजन करती है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उदित राज ने कहा कि कांग्रेस ने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था और पूछा था कि उन्होंने बौद्ध भिक्षुओं और रविदास और वाल्मीकि मंदिरों के पुजारियों को 18,000 रुपये वेतन देने की घोषणा क्यों नहीं की। याद दिलाना होगा कि 30 दिसंबर को केजरीवाल ने घोषणा की थी कि अगर आम आदमी पार्टी दिल्ली की सत्ता में लौटती है तो वह ‘पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना’ के तहत मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारे के ग्रंथियों को 18,000 रुपये का मासिक मानदेय देगी।
दलितों-पिछड़ों को भागीदारी दिलाना चाहती है कांग्रेस
कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस दलितों-पिछड़ों को भागीदारी दिलाना चाहती है, इसीलिए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी जातिगत जनगणना और आरक्षण की 50% सीमा हटाने की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दलित, पिछड़े वर्ग के लोगों को मुख्यधारा में जोड़कर आगे बढ़ना चाहती है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किये जायेंगे।
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