कांग्रेस और संविधान निर्माता बीआर आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव मिलकर लड़ने का ऐलान किया है। दोनों दलों के बीच रविवार को हुए समझौते के तहत वीबीए 227 सीट में से 62 सीट पर चुनाव लड़ेगी।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस 150 से अधिक सीट पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कुछ सीट राष्ट्रीय समाज पक्ष और आरपीआई (गवई) को दी जाएंगी।
चुनावी गठबंधन के फैसले की घोषणा कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल और वीबीए के प्रदेश उपाध्यक्ष धैर्यवर्धन पुंडकर ने की।
BMC चुनाव के लिए बीजेपी-शिवसेना के बीच कितनी सीटों पर फाइनल हुई बातचीत?
सपकाल ने कहा कि राज्य में शेष 28 नगरपालिकाओं के लिए गठबंधन पर निर्णय स्थानीय स्तर पर लिया जाएगा और दोनों दलों ने अपने स्थानीय नेतृत्व को इस संबंध में फैसला लेने के लिए अधिकृत किया है।
बीजेपी को बताया बाटंने वाली पार्टी
सपकाल ने कहा कि कांग्रेस-वीबीए का गठबंधन केवल चुनावी गणित पर आधारित नहीं, बल्कि साझा विचारधारा पर आधारित एक स्वाभाविक गठबंधन है। सपकाल ने कहा, ‘‘यह संख्याओं का खेल नहीं, बल्कि विचारों का संगम है। दोनों दल संविधान में और समानता, बंधुत्व और सामाजिक न्याय पर आधारित भारत के निर्माण में विश्वास रखते हैं।’’
वीबीए नेता पुंडकर ने कहा कि यह गठबंधन बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति को रोकने के लिए किया गया है।
महाराष्ट्र की 29 महानगरपालिकाओं के लिए मतदान 15 जनवरी, 2026 को होगा, जबकि जिला परिषद चुनावों की औपचारिक घोषणा अब तक नहीं की गई है।
हाल ही में महाराष्ट्र के कुछ जिलों में हुए नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में दोनों पार्टियों ने एक साथ चुनाव लड़ा। कांग्रेस को उम्मीद है कि वीबीए के साथ गठबंधन करके वह अपने दलित वोट बैंक को मजबूत कर पाएगी। इसके अलावा, वीबीए के जमीनी कार्यकर्ता भी कांग्रेस के लिए मददगार साबित हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर, वीबीए शहरी स्थानीय निकायों में अपने पंख फैलाने की कोशिश कर रही है।
बीएमसी चुनाव में कितनी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं अजित पवार?
