आज पुदुचेरी में कांग्रेस सरकार को तगड़ा झटका लगा। कांग्रेस की नारायणसामी के नेतृत्व वाली सरकार सदन में अपना बहुमत पेश नहीं कर पायी। जिसके बाद मुख्यमंत्री नारायणसामी ने उप राज्यपाल तमिलिसाई सौंदराजन से भेंट कर उन्हें अपना त्यागपत्र सौंपा दिया। इसी मुद्दे को लेकर एक टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस और भाजपा के प्रवक्ता आपस में भिड़ गए।

टीवी न्यूज चैनल न्यूज 24 पर पुदुचेरी के राजनीतिक संकट को लेकर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता आलोक शर्मा ने कहा कि भाजपा नेता प्रेम शुक्ला को तो यह भी नहीं पता होगा कि पुदुचेरी में तीन सदस्य नामित किए जाते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना काल के दौरान मध्यप्रदेश में सरकार गिराई गयी वह भी सबके सामने है। 


आलोक शर्मा के इतना कहते ही भाजपा नेता प्रेम शुक्ला बीच में टोकते हुए बोलने लगे कि आपको कैसे पता लग गया कि मुझे क्या पता है और क्या नहीं पता है। मेरे जेनरल नॉलेज के बारे में आपको एडवांस जानकारी कैसे है. इसके बाद कांग्रेस नेता आलोक शर्मा ने आगे बोलते हुए कहा कि लोगों ने चिल्ला चिल्ला कर कहा कि मध्यप्रदेश में 35-35 करोड़ में विधायक ख़रीदे जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जबतक मध्यप्रदेश में विधानसभा का सत्र नहीं हो गया तब वहां लॉकडाउन नहीं लगा. इससे ज्यादा और क्या उदहारण दिए जा सकते हैं।

कांग्रेस के विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के रविवार को इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई थी। जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक हैं। पूर्व मंत्री ए. नमसिवायम और मल्लाडी कृष्ण राव समेत कांग्रेस के चार विधायकों ने इससे पहले इस्तीफा दिया था जबकि पार्टी के एक अन्य विधायक को अयोग्य ठहराया गया था। नारायणसामी के करीबी ए. जॉन कुमार ने भी इस सप्ताह इस्तीफा दे दिया था।

आपको बता दूँ कि बीते 17 फ़रवरी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी पुदुचेरी के दौरे पर थे। इस दौरान राहुल गाँधी के साथ वहां के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी भी मौजूद थे। पुदुचेरी में आने वाले कुछ महीनों के अंदर ही विधानसभा चुनाव होने को हैं।