अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की प्रमुख अलका लांबा को अपनी ही पार्टी के नेता का बयान पसंद नहीं आया है। कांग्रेस नेता ने झारखंड सरकार में मंत्री इरफान अंसारी द्वारा भारतीय जनता पार्टी की नेता सीता सोरेन के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी किए जाने की सोमवार को निंदा की और कानूनी कार्रवाई की मांग की।
अलका लांबा ने कहा कि महिला विरोधी अपराधों को लेकर कांग्रेस की सरकार में सख्त कानून बने हैं और अपराध को अपराध के नजरिये से ही देखा जाना चाहिए।
अंसारी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर अलका लांबा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पार्टी के भीतर का आदमी हो या बाहर का आदमी हो, अपराध को अपराध के नजरिये से ही देखा जाना चाहिए। अगर आपने मौखिक रूप से कुछ कहा है, शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाया है, हर तरीके का कानून निर्भया की घटना के बाद कांग्रेस की सरकार में बने हैं।’’
कांग्रेस की नेता को पसंद नहीं आया अपने ही विधायक का बयान
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम इस टिप्पणी का कभी समर्थन नहीं करते हैं। चाहे वो इरफान अंसारी हों, महिला किसी पार्टी की हो, हम इसकी निंदा करते हैं, इसका विरोध करते हैं, इस पर कानूनी कार्रवाई की मांग करते हैं।’’ उन्होंने कहा कि इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई और सजा सुनिश्चित होनी चाहिए।
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इससे पहले भाजपा की नेता और जामताड़ा विधानसभा सीट से उम्मीदवार सीता सोरेन, इरफान अंसारी की अपमानजनक टिप्पणियों के बारे में बात करते हुए रविवार को रो पड़ीं थीं। इसी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अंसारी ने हाल ही में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद सोरेन के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी।
इरफान मुझे निशाना बना रहे- सीता सोरेन
सीता सोरेन ने कहा था, ‘‘जब से मेरी उम्मीदवारी की घोषणा हुई है, इरफान मुझे निशाना बना रहे हैं। नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने जो अपमानजनक टिप्पणी की, वह स्वीकार्य नहीं है। यह आदिवासी समुदाय की महिलाओं का अपमान है। आदिवासी समुदाय उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।’’ इतना ही नहीं, बीजेपी नेता सीता सोरेन ने रोते हुए आगे कहा कि क्योंकि मेरे पति जीवित नहीं हैं इसलिए इरफान अंसारी ने ऐसा कहा।
(इनपुट- भाषा)