संसद का शीतकालीन सत्र बुधवार को शुरू हो गया। संसद से गैरहाजिरी के कारण कई बार चर्चा में आ चुके कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा नहीं पहुंच सके। उन्हें कोर्ट में पेशी के लिए भिवंडी जाना था। हालांकि लोकसभा में दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई थी। भाजपा के कई सांसद भी पहले दिन लोकसभा नहीं पहुंचे थे। उधर, राहुल गांधी ने कोर्ट की कार्यवाही के बाद महाराष्ट्र के भिवंडी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की रैली को संबोधित किया। यहां उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर नोटबंदी को लेकर निशाना साधा। इससे पहले राहुल गांधी बुधवार सुबह आरएसएस मानहानि केस में भिवंडी कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए जमानत दे दी। केस की अगली सुनवाई 30 जनवरी को होगी।

भिवंडी रैली में क्या बोले राहुल:

आरएसएस मानहानि केस पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा “एक रिपोर्टर ने पूछा आपको कैसा लग रहा है। मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि मैं गांधी जी की सोच के लिए कोर्ट में आया हूं। मैं बहुत खुश हूं कि मैं लड़ पा रहा हूं और इनके सामने खड़ा हूं।” उन्होंने कहा, “एक तरफ आजादी की विचारधारा और दूसरी तरफ गुलामी की, जिनसे मैं लड़ रहा हूं वो हिंदुुस्तान के हर व्यक्ति को झुकाना चाहते हैं।” नोटबंदी पर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, “मोदी जी ने नोटबंदी का फैसला लिया, जिससे आम आदमी लाइनों में खड़ा है। क्या आपने किसी भी अमीर को लाइन में खड़े देखा? मोदी जी आपका सारा पैसा उन्हीं 15 उद्योगपतियों को देंगे, वो उन्हीं लोगों की सरकार चला रहे है। मैं नाम नहीं लूंगा पर आप जानते हैं। मोदी जी के उद्योगपति दोस्तों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की जाएगी। हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे।”

क्या है आरएसएस मानहानि केस:

राहुल गांधी ने 6 मार्च 2014 को मुंबई के भिवंडी इलाके में एक रैली की थी। रैली के दौरान राहुल ने कहा था “आरएसएस के लोगों पर महात्मा गांधी की हत्या की है।”  इस बयान के बाद आरएसएस की एक शाखा के सेक्रेटरी राजेश कुंटे ने राहुल के खिलाफ भिवंडी के लोकल कोर्ट में क्रिमिनल केस दर्ज करवाया था। उनका आरोप था कि इससे RSS की छवि को नुकसान पहुंचा है।