कृषि कानूनों की वापसी के बाद आंदोलन खत्म करने के मुद्दे पर किसान संगठनों में मतभेद की खबरें आ रहीं हैं। कहा जा रहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) में शामिल कुछ किसान संगठन अब इस आंदोलन को खत्म करना चाहते हैं। हालांकि बीकेयू नेता राकेश टिकैत लगातार कह रहे हैं कि किसान कहीं नहीं जा रहे हैं, आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है।

किसान संगठनों में मतभेद पर राकेश टिकैत से जब एक इंटरव्यू में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये सिर्फ अफवाह है और ये अफवाह चार दिसंबर तक चलते रहेंगे। वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम से बात करते हुए टिकैत ने कहा- हमको भी वो है दो दिन से कि कुछ ना कुछ चल रहा है… एमएसपी गारंटी कानून वो अभी सवाल हमारा है, जो पचास हजार से ज्यादा मुकदमें हैं… पूरे देशभर के मुकदमें जबतक वापस नहीं होंगे, एमएसपी पर गारंटी कानून नहीं बनेगा… जो 150 ट्रैक्टर हमारे दिल्ली के अंदर बंद हैं… वो नए ट्रैक्टर उनके घर तक नहीं जाएंगे…तब तक ये मोर्चे, कोई खाली नहीं हो रहे”।

उन्होंने आगे कहा कि चार तारीख को एसकेएम की मीटिंग है। उसी मीटिंग में आंदोलन पर फैसला होगा, आगे की रणनीति तय होगी। टिकैत ने कहा- “तीन दिन तक सरकारों के पास भी टाइम है। अगर ये अफवाह है तो ये हकीकत में बदल दे। सरकार बड़ी चीज होती है, वो सारा काम कर सकती है। सरकार तो अभी हवा में काम कर रही है। धरातल पर तीन कानूनों की वापसी के अलग सरकार को कोई भी बयान, जवाब या किसी ने भी हमसे कोई बात नहीं की है”।

सरकार की तरफ से एमएसपी पर बनाई जाने वाली कमेटी के लिए नाम मांगे जाने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि ये मीडिया के जारिए ही उन्हें भी जानकारी मिली है, हमारे पास अधिकारिक पत्र नहीं आया है। टिकैत ने साफ कहा कि कोई भी ग्रुप आंदोलन खत्म नहीं कर रहा है। आंदोलन जारी है।

बता दें कि केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले ही तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था। साथ ही एमएसपी पर कमेटी बनाने की भी बात कही थी। सोमवार को संसद की दोनों ही सदनों से कृषि वापसी कानून बिल पास भी हो गया। सरकार को उम्मीद थी कि कानून वापसी के साथ ही आंदोलन खत्म हो जाएगा, लेकिन एमएसपी समेत कई अन्य मुद्दों पर समाधान के बिना किसान संगठन आंदोलन खत्म करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं।