आतंकियों के साथ लड़ाई में मारे जाने वाले जम्मू-कश्मीर के पुलिस कर्मियों के परिजनों को दिए जाने वाले मुआवजे में केंद्र की हिस्सेदारी दस गुना बढ़ाने का प्रस्ताव है। यह जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद के खात्मे के प्रयास का हिस्सा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय में आवश्यक औपचारिकताएं पूरी होने के बाद इस संशोधित प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की संभावना है। इसके तहत आतंकियों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने वाले पुलिसकर्मी के परिजनों को 70 लाख रुपए मिलेंगे। वर्तमान में यह राशि 43 लाख रुपए है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि मुआवजे में केंद्र की हिस्सेदारी वर्तमान के तीन लाख रुपए से बढ़ाकर 30 लाख रुपए कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस अपने अधिकारियों और कर्मियों को केंद्रीय अर्द्धसैन्य बलों के बराबर भत्ते देने की मांग उठा रही है। यदि प्रस्ताव स्वीकृत हो जाता है तो राज्य पुलिस को अर्द्धसैनिक बलों के लगभग बराबर राशि मिलेगी। अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को 75 लाख रुपए मुआवजा मिलता है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले वर्ष जुलाई माह से आतंकियों के साथ मुठभेड़ में राज्य पुलिस के करीब 30 जवान और अधिकारी मारे गए हैं।

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में मंगलवार को एक मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस का कहना है कि मारे गए तीनों आतंकी पाकिस्तानी हैं। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा जिले के मगम इलाके में सुरक्षाबलों ने लश्कर के तीन आतंकियों को मार गिराया है। शानदार काम। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में हंदवाड़ा क्षेत्र के मगम में तलाशी अभियान शुरू किया था।