Who is Shivraj Patil: देश के पूर्व गृहमंत्री शिवराज पाटिल का 91 साल की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे और घर में ही उनका इलाज जारी था। लेकिन शुक्रवार सुबह उन्होंने दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
कांग्रेस में जब भी वरिष्ठ नेताओं की बात होती है तो शिवराज पाटिल का नाम जरूर लिया जाता है। वह ऐसे नेता रहे जिन्होंने इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी तक के साथ काम किया। इसके बाद उन्होंने सोनिया गांधी का भरोसा भी जीता और देश के गृहमंत्री बने।
शिवराज पाटिल 1980 में पहली बार लातूर से लोकसभा चुनाव जीते थे और 1999 तक लगातार विजय दर्ज करते रहे। वे कुल सात बार सांसद बने। इसके अलावा 1991 से 1996 के बीच वे लोकसभा के स्पीकर भी रहे। उन्होंने देश और विदेश में कई संसदीय सम्मेलनों में भारत का नेतृत्व किया।
शिवराज पाटिल ने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएशन किया था। इसके बाद उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई पूरी की। राजनीति में सक्रिय रहते हुए उनका विवादों से भी गहरा नाता रहा। कई मौकों पर उनके बयान कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर चुके थे।
ऐसी ही एक घटना 2022 में हुई थी, जब वे एक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में शामिल हुए थे। वहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान भगवत गीता की तुलना जिहाद से कर दी थी जिसके बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। उस समय शिवराज पाटिल ने कहा था कि “जिहाद केवल कुरान में नहीं है, बल्कि गीता और जीसस की शिक्षाओं में भी है। जब कोई व्यक्ति सही बात समझने के बाद भी न समझे, तो शक्ति का प्रयोग करना पड़ता है।”
उन्होंने आगे कहा था कि “महाभारत में भी श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जिहाद का संदेश दिया था। दुनिया में शांति स्थापित करने के लिए कई बार कठोर कदम उठाने आवश्यक होते हैं।” इस बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर हिंदुओं से नफरत करने का आरोप लगाया और राजनीतिक विवाद तेजी से बढ़ गया।
शिवराज पाटिल के राजनीतिक जीवन का एक और बड़ा विवाद 26/11 मुंबई आतंकी हमले के बाद सामने आया। उस समय वे देश के गृहमंत्री थे। मुंबई पर हुए बड़े हमले के बाद सुरक्षा में चूक को लेकर उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। बाद में शिवराज पाटिल ने खुद भी स्वीकार किया था कि एजेंसियां इस हमले को रोकने में नाकाम रहीं।
