उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार ने किसानों को अपने पाले में करने के लिए बड़ा मास्टर स्ट्रोक खेला है। योगी सरकार ने गन्ने का समर्थन मूल्य 325 रुपए से बढ़ाकर 350 रुपए करने का ऐलान किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा मकसद राज्य में 119 चीनी मिलों को चलाना है। रविवार को लखनऊ में आयोजित किसान सम्मलेन में गन्ना के समर्थन मूल्य को बढ़ाने का ऐलान करने के दौरान उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर भी जमकर हमला बोला।

लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा द्वारा आयोजित ‘किसान सम्मेलन’ में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ने का समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल’ 325 रुपये से बढ़ाकर 350 रुपये करने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने कहा कि सामान्य गन्ना का समर्थन मूल्य 315 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 340 रुपये किया जा रहा है।

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसान सम्मेलन के दौरान कहा कि पिछले 4.5 सालों के अंदर हमने किसानों से अन्न की रिकॉर्ड खरीद की है। इससे पहले की सरकारें भी कर सकती थीं। पिछली सरकारों से पूछना चाहिए कि उन्होंने किसानों से अन्न खरीदने की व्यवस्था क्यों नहीं की? साथ ही उन्होंने कहा कि अगर गेहूं खरीद की बात करें तो पिछली सरकार ने 19,02,098 किसानों को 12,808 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। हमारी सरकार ने 43,75,574 किसानों को 36,504 करोड़ रुपए का गेहूं भुगतान उनके खाते में किया।

इसके अलावा उन्होंने कहा कि बहुजन समाजवादी सरकार के दौरान 21 चीनी मिलें बंद हुई थीं। उन्होंने औने-पौने दामों पर चीनी मिलों को बेच दिया था। 250-300 करोड़ रुपए की चीनी मिलों को 25-30 करोड़ रुपए में बेचने का काम हुआ था। योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में 11 चीनी मिलें बंद हुई थीं। हमने बंद चीनी मिलों को चलाने का काम किया। SP, BSP की सरकारों ने जिन चीनी मिलों को बेचने का काम किया था उनमें से जो चीनी मिलें वापस आ सकती थी हमने उनमें नए संयंत्र लगाकर शुरू किया।