केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पार्टी नेताओं के साथ जंतर-मंतर पर ‘वित्तीय अन्याय’ को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी जंतर-मंतर पहुंचे। दोनों मुख्यमंत्रियों ने सीएम पिनाराई विजयन का साथ दिया जहां वह केरल के खिलाफ केंद्र के भेदभाव के खिलाफ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं।

केरल का वाम मोर्चा और तमिलनाडु का द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रविड़) ने केंद्र सरकार के खिलाफ बृहस्पतिवार को विरोध प्रदर्शन किया। इन दलों ने केंद्र पर अनदेखी करने और उनके राज्यों में कोष आवंटन में भेदभाव करने का आरोप लगाया है। प्रदर्शन में वाम मोर्चे के मंत्री, विधायक और सांसद शामिल होंगे।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “केंद्र सरकार सारे विपक्ष को प्रताड़ित करने के लिए सारे हथकंडे अपना रही है। केंद्र सरकार विपक्ष की सरकारों को जायज फंड नहीं दे रही है जो उनका हक है। सरकार उपराज्यपाल और राज्यपाल के जरिए उनके काम में रोज टांग अड़ाती है। विपक्ष को पकड़ा जा रहा है और जेल भेजा रहा है। अगर केरल के लोगों को उनके हक का फंड नहीं मिलेगा तो काम और सरकार कैसे चलेगी? हम सब अपनी जनता के हक के लिए फंड लेने आए हुए हैं, हमें फंड नहीं मिलेगा तो हम विकास कैसे करेंगे?”

यह लड़ाई केंद्र-राज्य संबंधों में संतुलन बनाए रखने की- विजयन

जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सीएम विजयन ने कहा कि यह लड़ाई केंद्र-राज्य संबंधों में संतुलन बनाए रखने का प्रयास करेगी। आज हम भारतीय गणतंत्र के ऐतिहासिक मोड़ पर हैं। जिस लोकतंत्र की परिकल्पना ‘राज्यों के संघ’ के रूप में की गई थी, वह धीरे-धीरे और लगातार एक अलोकतांत्रिक ‘राज्यों के ऊपर केंद्र’ में अपंग हो रहा है।” विजयन ने कहा कि हम देश भर में, खासकर विपक्ष शासित राज्यों में ऐसा देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी इसके खिलाफ अपना कड़ा विरोध दर्ज कराने और भारत के संघीय ढांचे को संरक्षित करने के लिए एक साथ आए हैं।

इससे पहले सीएम विजयन ने बुधवार को कहा था कि केरल के प्रति केंद्र के भेदभाव से राज्य में आर्थिक तंगी है और इसी कारण वे प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली ने सहकारी संघवाद को कमजोर किया है। द्रमुक के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पार्टी के वरिष्ठ नेता टी आर बालू करेंगे। उन्होंने कहा था कि अंतरिम बजट 2024-25 में तमिलनाडु को अपेक्षित धन का आवंटन न करने पर केंद्र के विरोध में पार्टी के सदस्य संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन करेंगे। द्रमुक का आरोप है कि तमिलनाडु को चक्रवात, बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान से निपटने के लिए उचित धनराशि नहीं दी गई और केंद्र सरकार ने राज्य के साथ भेदभाव किया।