गुजरात सरकार को बीते पांच साल में 1,838 धर्म परिवर्तन के आवेदन प्राप्‍त हुए, इनमें 1735 लोग हिंदू थे। सीएम आनंदी बेन पटेल ने बताया कि अप्रैल 2010 से मार्च 2015 तक राज्‍य में कुल 878 लोगों ने धर्म परिवर्तन किया। उन्‍होंने मंगलवार को विधानसभा में यह जानकारी दी।

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जानकारी के मुताबिक, गुजरात फ्रीडम ऑफ रिलिजन एक्‍ट के तहत धर्म परिवर्तन करने से पहले डिस्ट्रिक्‍ट अथॉरिटी से मंजूरी लेना अनिवार्य है। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, जिन लोगों ने धर्म परिवर्तन के लिए आवेदन किए, उनमें सबसे ज्‍यादा 1735 हिंदू, 57 मुस्लिम, 42 क्रिश्चियन और 4 पारसी समुदाय के लोग थे। सरकार ने इनमें से 878 लोगों को धर्म परिवर्तन की इजाजत दी। सिख और बौद्ध धर्म से जुड़े एक भी व्‍यक्ति ने धर्म परिवर्तन के लिए बीते पांच वर्षों में आवेदन नहीं किया।

धर्म परिवर्तन के लिए गुजरात के जिन इलाकों से सबसे ज्‍यादा आवेदन आए, उनमें सूरत, राजकोट, पोरबंदर, अहमदाबाद, जामनगर और जूनागढ़ शामिल हैं। दूसरी ओर गुजरात दलित संगठन के अध्‍यक्ष जयंत मानकणिया ने कहा कि अगर सरकार 1735 आवेदन की बात कह रही है तो इसका मतलब यह है कि वह सभी मामलों को रिकॉर्ड पर नहीं ले रही है। उन्‍होंने दावा किया कि हिंदुओं के आवेदन का आंकड़ा करीब 50,000 है। उन्‍होंने बताया कि कुछ साल पहले जूनागढ़ में करीब एक लाख दलितों ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी।

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