दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हो गयी। बीजेपी के कार्यकर्ता गाजीपुर बॉर्डर पर एक नेता का स्वागत करने पहुंचे थे। बीजेपी समर्थकों ने किसानों पर हंगामा करने और पथराव करने का आरोप लगाया है। घटना के बाद से क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।

घटना को लेकर बताया जा रहा है कि भाजपा के नवनियुक्त प्रदेशमंत्री अमित वाल्मीकि का स्वागत करने के लिए कार्यकर्ता दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर खड़े थे। इसी बीच किसी बात को लेकर बीजेपी के कार्यकर्ताओं की नोंकझोंक किसानों के साथ हो गयी। किसानों का कहना है कि भाजपा समर्थकों ने उन लोगों को अपशब्द कहा, जबकि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि किसानों ने उन लोगों के साथ अभद्रता की है।

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि बीजेपी के नेता हमारे मंच पर आए थे और अपने नेता का स्वागत करने लगे।
उन्होंने कहा कि मंच सड़क पर है तो इसका मतलब ये नहीं है कि मंच पर आ जाओगे, अगर मंच पर आना है तो बीजेपी छोड़कर आओ। लेकिन यह दिखाना कि हमने गाजीपुर के मंच पर भाजपा का झंडा फहरा कर कब्जा कर लिया यह गलत है। ऐसे लोगों के बक्कल उधेड़ दिया जाएगा, प्रदेश में फिर कहीं भी नहीं जा सकते, याद रख लेना।

घटना को लेकर भारतीय किसान यूनियन की तरफ से कहा गया है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आज गाजीपुर बॉर्डर पर फ्लाईवे केबीच मंच के पास भारी संख्या में इकट्ठे होकर किसी नेता के स्वागत के बहाने ढोल बजाकर आंदोलन विरोधी नारे लगाए। भाकियू कार्यकर्ताओं के मना करने लाठी डंडों से हमला किया। जिसमे किसान घायल हुए है।

एक अन्य ट्वीट में यूनियन की तरफ से कहा गया है कि भाजपा अब आंदोलन को हिंसा से तोड़ना चाहती है जिसका उदाहरण आज की गाजीपुर बॉर्डर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हिंसा है। सभी किसानों से अनुरोध है इनके बहकावे में ना आएं और अपने आंदोलन को बचाए रखें