Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में भाजपा नीत महायुति के दो प्रमुख घटक दलों शिवसेना और राकांपा के बीच मंगलवार को बारामती में एक बैनर पर काले कपड़े को लेकर झगड़ा हो गया, जिस पर राकांपा नेता अजित पवार का चेहरा बना हुआ था।
उपमुख्यमंत्री ने दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प को तवज्जो नहीं दी। पवार से जब बारामती में शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा उनकी तस्वीर को काले कपड़े से ढकने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं ऐसी छोटी-छोटी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहता। ’
जवाब में एनसीपी कार्यकर्ताओं ने भी बारामती में विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तस्वीरें फाड़ दीं । बारामती में तनाव बढ़ने पर पुलिस ने दखल दी और दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं को थाने ले गई।
शिवसेना के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र जेवरे, जिन्होंने अजित पवार की तस्वीरों वाले बैनरों पर काला कपड़ा लगाया था। उन्होंने कहा कि हमने अपने द्वारा आयोजित गणेश उत्सव के लिए अजित पवार को आमंत्रित किया था। दो दिन पहले उन्होंने हर दूसरे मंडल का दौरा किया, लेकिन हमारे मंडल का नहीं।
जेवरे में कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर एकनाथ गणेश उत्सव का आयोजन किया गया था। हमने एक बैनर लगाया था जिस पर अजित पवार, सुनेत्रा पवार और पार्थ पवार की तस्वीरें थीं। हमें लगा कि अजित पवार शारदा मैदान में हमारे मंडल का दौरा करेंगे। हालांकि, उन्होंने हर दूसरे छोटे मंडल का दौरा किया, लेकिन हमारे मंडल का नहीं। मैं परेशान था और इसलिए मैंने बैनर पर उनकी तस्वीर को काले कपड़े से ढक दिया।
शिवसेना नेता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्होंने बारामती शहर में दो बैनरों पर अजित पवार की तस्वीर को ढक दिया। उन्होंने कहा कि मुझे बाद में पता चला कि एनसीपी कार्यकर्ताओं ने भी सीएम की तस्वीर वाले बैनर हटा दिए थे। उन्हें ऐसा करने की कोई ज़रूरत नहीं थी। एनसीपी प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने कहा कि शिवसेना कार्यकर्ताओं की ऐसी हरकतों से दोनों पार्टियों के बीच संबंधों पर असर पड़ेगा। यह महायुति के लिए अच्छा नहीं है।