Clash Between Indian and Chinese Army: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग (Tawang) सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि चीन धीरे-धीरे आक्रमण करता जा रहा है, अगर ऐसे ही चलता रहा तो, सियाचिन (Siachen) भी हाथ से चला जाएगा।
पीएम कभी आक्रमण की बात नहीं स्वीकार करेंगे, इसलिए हमले कर रहा चीन: ओवैसी
उन्होंने कहा, “चीन ने डोकलाम, डेपसांग, गलवान और डेमचोक के अनुभवों से सीखा है कि पीएम मोदी इस आक्रमण को कभी स्वीकार नहीं करेंगे और एक अलग कहानी बनाने के लिए अपनी मीडिया का इस्तेमाल करेंगे। इस कारण चीन बिना किसी शोर-शराबे के धीरे-धीरे आक्रमण करना जारी रखता है।”
एक के बाद एक ट्वीट कर खड़े किए सवाल
एक ट्वीट में सरकार से सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिक अरुणाचल प्रदेश में अपने सैन्य अड्डे को जमा करने में विफल क्यों रहे हैं। उन्होंने लिखा, “चीन ने 2017 में डोकलाम में और अप्रैल 2020 में लद्दाख में ऐसा ही किया था। फिर भी हमने अपनी ताकत क्यों नहीं बढ़ाई?” उन्होंने झड़प पर संसद में पूर्ण चर्चा का भी आह्वान किया और कहा कि पीएलए का भारतीय भूमि पर कब्जा हटाने में देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करेगा।
उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में हुई इस झड़प पर चिंता व्यक्त की और घटना को लेकर स्पष्ट डिटेल की मांग करते हुए कहा कि क्या ये गलवन घाटी में हुई झड़प की तरह है, जिसमें कई भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।
9 दिसंबर को हुई थी दोनों सेनाओं के बीच झड़प, सैनिकों को मामूली चोट की खबर
वहीं, भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि 9 दिसंबर को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई थी। यह झड़प यांग्स्ते क्षेत्र में हुई है। इसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों को मामूली चोटें आई थीं। इस लड़ाई में छह भारतीय सैनिक घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए गुवाहाटी के बशिष्ठ में 151 बेस अस्पताल ले जाया गया।