CJI BR Gavai News: देश के सीजेआई बीआर गवई ने महाराष्ट्र दौरे में प्रोटोकॉल विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया और इसे तुच्छ बताया। उन्होंने कहा है कि इसे जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश न किया जाए। एक विज्ञप्ति में शीर्ष अदालत ने कहा कि मामले में सभी संबंधित पक्षों ने पहले ही खेद व्यक्त कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रेस रिलीज में कहा है कि भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश की महाराष्ट्र यात्रा के दौरान प्रोटोकॉल संबंधी मुद्दों के बारे में मीडिया में खबरें प्रकाशित हो रही हैं। सभी संबंधित पक्षों ने पहले ही खेद व्यक्त कर दिया है। भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश ने कहा है कि एक तुच्छ मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बताया जाना चाहिए। सीजेआई ने सभी से अनुरोध किया है कि इस मामले को शांत कर दिया जाए।
सीजेआई बनने के बाद पहली बार गए थे महाराष्ट्र
बता दें कि CJI का पदभार संभालने के बाद अपने गृह राज्य महाराष्ट्र की पहली यात्रा पर गए थे। उनके लिए 18 मई को सम्मान में एक समारोह आयोजित हुआ था, जिसमें राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों की अनुपस्थिति पर निराशा व्यक्त करते हुए सीजेआई ने कहा था कि संविधान के प्रत्येक अंग को…दूसरे को उचित सम्मान देना चाहिए।
महाराष्ट्र और गोवा बार काउंसिल द्वारा आयोजित मुंबई कार्यक्रम में बोलते हुए सीजेआई गवई ने कहा कि हम कहते हैं कि लोकतंत्र के तीन स्तंभ हैं, न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका, और वे समान हैं। संविधान के प्रत्येक अंग को अन्य अंगों के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए और उन्हें उचित सम्मान देना चाहिए।
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प्रोटोकॉल को लेकर कही थी बात
सीजेआई ने कहा था कि महाराष्ट्र से कोई व्यक्ति पहली बार भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में राज्य में आ रहा है। अगर महाराष्ट्र के मुख्य सचिव, राज्य के पुलिस महानिदेशक या मुंबई के पुलिस आयुक्त को आना ज़रूरी नहीं लगता है, तो उन्हें इस बारे में सोचना चाहिए।
सोमवार शाम को एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में बोलते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सीजेआई गवई के बयान का समर्थन किया था। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि सीजेआई गवई की टिप्पणी उनके लिए नहीं बल्कि उनके पद के लिए थी। उन्होंने कहा कि हमें प्रोटोकॉल में विश्वास करना चाहिए। देश के मुख्य न्यायाधीश और प्रोटोकॉल को बहुत ऊंचा स्थान दिया जाता है।
रविवार को सीजेआई द्वारा इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला और मुंबई पुलिस आयुक्त पी देवेन भारती उस समय मौजूद थे, जब वह डॉ. बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने के लिए चैत्य भूमि गए थे। बताया जाता है कि उन्होंने सीजेआई से खेद व्यक्त किया और वापस आते समय एयरपोर्ट तक उनके साथ भी रहे।