समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) में पंजीकरण न करने के एलान पर बीजेपी लगातार हमलावर है। केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा है कि यदि अखिलेश एनपीआर फॉर्म नहीं भरेंगे तो वह चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे। उन्होंने कहा कि यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में का नियम है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक सभा में कहा ‘अखिलेश यादव कहते हैं कि वह एनपीआर में नाम नहीं लिखवाएंगे। ऐसे ही अन्य नेता भी कहते हैं। लेकिन चुनाव लड़ना है तो नाम लिखवाना ही होगा और अगर नहीं लिखवाएंगे तो चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। मोदी-योगी के शासन में यही नियम है। जो विरोध करेंगे उनका इलाज किया जाएगा। यहां समाजवादी पार्टी की सरकार नहीं है जिसने 2013 में मुजफ्फरनगर दंगा कर दिया।’
मालूम हो कि सपा अध्यक्ष ने कहा है कि उनकी पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता और वे स्वयं एनपीआर फार्म नहीं भरेंगे। नरेंद्र मोदी सरकार को पहले भारत को बचाना चाहिए इसके बाद ही वह लोगों की गिनती करें। उन्होंने समाजवादी पार्टी कार्यालय में युवा नेताओं के साथ बैठक के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही। बता दें कि अखिलेश यादव राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का लगातार विरोध कर रहे हैं।
गौरतलब है कि अखिलेश एनपीआर फॉर्म में मांगी जा रही जानकारियों से सहमत नहीं है। उनका मानना है कि एनपीआर, एनआरसी और सीएए सब एक जैसे हैं। बता दें कि सीएए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 तक आए हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान करता है, जिन्होंने इन तीन पड़ोसी देशों में धार्मिक उत्पीड़न का सामना किया है।