चित्रकूट जिला अब अयोध्या और वाराणसी जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों के साथ तेजी से उभर रहा है। कुंभ मेले के दौरान यहां श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है, जहां प्रतिदिन लगभग चार लाख तीर्थयात्री मंदाकिनी नदी में पवित्र स्नान कर रहे हैं। प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले से लगभग 120 किलोमीटर दूर स्थित चित्रकूट का भगवान राम से गहरा जुड़ाव है, जो तीर्थयात्रियों को यहां आकर्षित कर रहा है। जिला मजिस्ट्रेट शिवशरणप्पा जीएन के अनुसार, कुंभ में भाग लेने वाले श्रद्धालु या तो प्रयागराज जाने से पहले मंदाकिनी में स्नान कर रहे हैं या कुंभ से लौटने के बाद यह पवित्र डुबकी लगा रहे हैं।
गुजरात, दिल्ली, एमपी, राजस्थान, कर्नाटक और तमिलनाडु के भी भक्त पहुंच रहे
स्नान के बाद तीर्थयात्री भरत मिलाप मंदिर, हनुमान धारा मंदिर, जानकी कुंड, गुप्त गोदावरी और कामदगिरि पहाड़ी जैसे पवित्र स्थलों की यात्रा भी कर रहे हैं। गुजरात, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और तमिलनाडु से आए श्रद्धालु यहां धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को करीब से महसूस कर रहे हैं।
चित्रकूट में तीर्थयात्रियों की बढ़ती भीड़ के चलते होटलों और धर्मशालाओं की बुकिंग पूरी तरह भर चुकी है। कई लोगों ने पहले से ही अपनी यात्रा के लिए आरक्षण करवा लिया है। चित्रकूट के पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि मौनी अमावस्या स्नान के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है।
यातायात और तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए प्रशासन ने पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की है, साथ ही आवास और चिकित्सा सुविधाओं का भी प्रबंध किया गया है। जिले में भारी पुलिस बल तैनात कर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
सरकार ने हाल ही में चित्रकूट के विकास के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। चित्रकूट का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है क्योंकि यह माना जाता है कि भगवान राम ने अपने वनवास का अधिकांश समय यहीं बिताया था। मंदाकिनी नदी के पवित्र रामघाट और भरत मिलाप मंदिर जैसे स्थल धार्मिक इतिहास को जीवंत करते हैं।
चित्रकूट उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच फैला एक अनोखा जिला है, जिसमें उत्तर प्रदेश की कर्वी, राजापुर, मऊ और मानिकपुर तहसीलें आती हैं, जबकि मध्य प्रदेश का सतना जिला भी इसका हिस्सा है। इस ऐतिहासिक भूमि पर आने वाले तीर्थयात्री आध्यात्मिक शांति और सांस्कृतिक एकता के इस संगम से अभिभूत हो रहे हैं।