केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि महीनों की कोशिश के बावजूद राहुल गांधी ने 2014 के चुनावों से ठीक पहले राम विलास पासवान से मुलाकात करने से इनकार कर दिया था। चिराग पासवान ने कहा कि ये कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए को छोड़ने और भाजपा के साथ गठबंधन करने का एक प्रमुख कारण था।

राहुल पर चिराग की राय

राहुल गांधी के बारे में बात करते हुए चिराग पासवान ने पीटीआई से कहा कि उन्होंने हाल ही में अपनी जिम्मेदारी को ‘कुछ अधिक गंभीरता से’ लेना शुरू कर दिया है। हालांकि चिराग ने कहा कि संसद में राहुल गांधी का भाषण अशोभनीय था।

चिराग पासवान ने याद करते हुए कहा, “मैं और मेरे पिता रामविलास यूपीए गठबंधन में अपनी पार्टी के भविष्य पर चर्चा करने के लिए अक्सर सोनिया गांधी से मिलते थे। सोनिया गांधी ने मेरे पिता को अपने बेटे राहुल गांधी से मिलने का सुझाव दिया। मेरे पिता ने मिलने का समय मांगा और तीन महीने से अधिक समय तक इंतजार किया, लेकिन राहुल गांधी नहीं माने। उस समय हम यूपीए छोड़कर एनडीए में शामिल होने के इच्छुक थे।”

चिराग ने कहा, “मेरे पिता राम विलास पासवान यूपीए में बने रहने के इच्छुक थे और राहुल गांधी के साथ इस पर चर्चा करना चाहते थे। हालांकि यह मेरे लिए अच्छा था। अगर बैठक हुई होती तो मेरे लिए अपने पिता को भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होने के लिए मनाना मुश्किल होता।”

चिराग पासवान ने पुराने दिनों को किया याद

चिराग पासवान ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, “2013 तक हम यूपीए में थे और मुझे अच्छी तरह याद है कि मेरे पिता गठबंधन छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे। वह उस गठबंधन में बने रहना चाहते थे और मेरे लिए उन्हें गठबंधन बदलने के लिए मनाना बेहद मुश्किल था।” चिराग पासवान ने खुलासा किया कि गांधी परिवार के राहुल गांधी ही उन कारणों में से एक थे जिनकी वजह से उनकी पार्टी ने 2014 में यूपीए छोड़ दिया।

चिराग ने कहा, “मुझे लगता है कि मेरे पिता के यूपीए छोड़ने का एक कारण यह था कि वह राहुल जी से नहीं मिल सके। मेरे पिता राहुल जी से मिलने के लिए तीन-चार महीने तक कोशिश करते रहे और एक भी मुलाकात नहीं हो सकी। मुझे लगता है कि यही एक कारण था कि मेरे पिता बहुत परेशान थे। राहुल गांधी ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया। हालांकि उसके बाद राजनीति के प्रति राहुल गांधी के रवैये में कुछ बदलाव देखा है।”