बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान और बाद में भी चिराग पासवान जेडीयू पर लगातार हमलावर रहे हैं। वह चुनाव प्रचार के दौरान भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खरी-खोटी सुनाते रहे और लोगों से जेडीयू को सबक सिखाने की अपील करते रहे। अब जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके और केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह के मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति में उन्हें जगह दे दी गई है।
चिराग पासवान का यह मनोनयन संसदीय राजभाषा समिति ने किया है। जेडीयू से उनका विरोध अब भी जारी है। माना जा रहा है कि चिराग पासवान को समिति में शामिल करने की कवायद आरसीपी सिंह ने नहीं की थी। चिराग यह भी आरोप लगाते हैं कि जेडीयू के ही भड़काने पर उनके चाचा पशुपति पारस ने पार्टी में फूट डाल दी और खुद पार्टी के मुखिया बन बैठे।
बता दें कि पूर्व जेडीयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह इस समय केंद्र में इस्पात मंत्री हैं। हिंदी सलाहकार समिति में खुद इस्पात मंत्री ने डॉ. अमरदीप को रखा है। वह जेडीयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष थे। हालांकि पार्टी में नेतृत्व बदलने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इन दो नामों के अलावा मंत्रालय ने जेडीयू विधान पार्षद प्रो राम बच्चन राय और डॉ. रिंकू कुमारी, सुधीर कुमार को हिंदी सलाहकार समिति में जगह दी है।
चिराग पासवान कर चुके हैं नीतीश की सरकार गिरने का दावा
बीते दिनों चिराग पासवान ने कहा था कि भाजपा और जेडीयू के बीच अनबन चल रही है और इसलिए बिहार में नीतीश की सरकार गिर जाएगी। उन्होंने जेडीयू के भी भविष्य पर सवाल उठाया था। चिराग ने कहा था कि नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार में भ्रष्टाचार और अपराध बढ़ रहे हैं। ऐसे में सरकार जनता का विश्वास खो रही है। उन्होंने कहा था कि जल्द ही भाजपा और जेडीयू का गठबंधन टूट जाएगा।