सुब्रमण्यम स्वामी ने चीन को लेकर मोदी सरकार पर फिर से हमला बोला है। उनका कहना है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन हमारे वेटर्स (विदेश मंत्रालय) उन्हें कह रहे हैं कि आप अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख ले लो बस। विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधकर बीजेपी के नेता ने कहा कि वेटर्स उनका Menu जानते हैं। वो उसी के मुताबिक जिनपिंग को ठंडा करने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ सुब्रमण्यम स्वामी खासे हमलावर रहते हैं। स्वामी चीन पर भारत की नीति को लेकर कई बार अपना गुस्सा जता चुके हैं। वो यहां तक कह चुके हैं कि चीन पर पीएम मोदी ने देश से झूठ बोला है। स्वामी ने कहा है कि चीन के मुद्दे पर समाधान का सिद्धांत नहीं अपनाया जा सकता है। 1996 में हुए समझौते के बाद भी चीन ने 2020 में एलओसी पार की थी और लद्दाख पर कब्जा कर लिया था। यह आक्रामकता है और युद्ध ही इसका समाधान है।
पीएम मोदी के बयान पर जताई थी आपत्ति
स्वामी ने पीएम मोदी के उस बयान पर भी तीखा विरोध जताया था जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत की सीमा के भीतर न तो कोई आया न कोई गया। स्वामी का कहना है कि चीन ने लद्दाख में भारत के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है। अरुणाचल प्रदेश में भी चीन की तरफ से एक गांव विकसित करने की खबरें सुर्खियों में रही थीं।
लद्दाख और अरुणाचल में चीन के साथ हुई है भारत की झड़प
गौरतलब है कि 2020 में चीन और भारत के बीच लद्दाख में हिंसक झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 सैनिकों को जान से हाथ धोना पड़ा था। चीन के कितने सैनिक उसमें मरे इसे लेकर अलग अलग तरह के दावे सरकार की तरफ से किए गए। उसके बाद अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों के बीच बीते साल दिसंबर की रात को झड़प हुई थी। जिसमें भारतीय सेना और चीनी सेना के कुछ सैनिक जख्मी हुए थे।
अरुणाचल की घटना पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि 9 दिसंबर को हालात बदलने की कोशिश हुई थी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने बहादुरी से चीनी सैनिकों को हमारे इलाके में अतिक्रमण करने से रोका। उन्हें उनकी पोस्ट पर लौटने के लिए मजबूर कर दिया। इस दौरान दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें आई है।