देश में कोरोना के मामलों में वृद्धि को देखते हुए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल (Drugs Controller General of India, DCGI) ने मंगलवार (26 अप्रैल, 2022) को 6 से 12 वर्ष की उम्र के बच्चों में कोवैक्सीन के इमरजेंसी यूज को अनुमति दे दी है। वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक को डीसीजीआई ने वैक्सीन का सेफ्टी डेटा जमा करने के भी निर्देश दिए हैं।

कंपनी को शुरुआत के दो महीनों के लिए हर 15 दिन और उसके बाद पांच महीने के लिए प्रतिमाह का विशलेषण देना होगा। इससे पहले दिसंबर, 2021 में 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों में टीके के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दी गई थी।

वहीं, 21 अप्रैल को DCGI की विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) ने भारत बायोटेक को 2-12 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए Covaxin लगाने के लिए अतिरिक्त डेटा प्रदान करने के लिए कहा था। इस बीच,12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए Zydus Cadila के ZyCoV-D वैक्सीन के इमरजेंसी यूज को भी मंजूरी दी गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी इस संबंध में एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा, “कोविड के खिलाफ भारत की लड़ाई अब और मजबूत हो गई है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने कोवैक्सिन को 6-12 वर्ष आयु वर्ग के लिए, 5-12 वर्ष आयु वर्ग के लिए कॉर्बेवैक्स को और 12 साल से ज्यादा उम्र वालों के लिए ZyCoV-D के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है।”

भारत का कोविड टीकाकरण अभियान
कोरोना के खिलाफ भारत का टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी से शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया था। फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण पिछले साल 2 फरवरी से शुरू हुआ था। कोविड -19 टीकाकरण का दूसरा चरण पिछले साल 1 मार्च से शुरू हुआ था। इस दौरान पहले 60 साल से अधिक उम्रवालों, उसके बाद 45 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका दिया गया था।

इसके बाद, 1 अप्रैल, 2021 से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया गया और फिर 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना का टीका लगना शुरू हुआ। इसके अलावा, 15 जनवरी, 2022 से 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के किशोरों के लिए टीकाकरण की शुरुआत की गई। साथ ही 16 मार्च से 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू हुआ।

देश में 10 जनवरी से बूस्टर डोज लगने की भी शुरुआत हो चुकी है। सबसे पहले 60 साल से ज्यादा उम्र को लोगों को बूस्टर डोज दी गई और 10 अप्रैल से 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को बूस्टर लोग लगनी शुरू हो गई है। बूस्टर डोज उन्हीं लोगों को दी जाएगी जो कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं और दूसरी डोज लिए नौ महीने का समय हो चुका है।