माफिया सरगना राजेंद्र सदाशिव निकाल्जे उर्फ छोटा राजन (55) को इंडोनेशिया के बाली शहर से यहां लाए जाने के एक दिन बाद अदालत ने शनिवार को सीबीआइ की हिरासत में भेज दिया। लेकिन जांच एजंसी ने यह नहीं बताया कि उसके लिए कितने दिन की रिमांड मांगी गई थी और कितने दिन की रिमांड मंजूर हुई। सुरक्षा कारणों के मद्देनजर मजिस्ट्रेट ने मामले की सुनवाई सीबीआइ मुख्यालय में की। सुनवाई करने वाले जज का नाम भी गुप्त रखा गया है।

सीबीआइ के एक प्रवक्ता ने कहा कि एजंसी को राजन के खिलाफ मामलों में से एक मामले में उसकी हिरासत मिल गई है। मजिस्ट्रेट ने राजन को सीबीआइ हिरासत में भेज दिया। वैसे सूत्रों की मानें तो राजन को फर्जी पासपोर्ट मामले में 10 दिन की रिमांड पर सीबीआइ को सौंपा गया है। हालांकि उस पर दिल्ली के छह मामले सहित करीब 70 मामले दर्ज हैं। लेकिन सीबीआइ पहले पासपोर्ट फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करना चाहती है। राजन 27 साल से फरार था। उसे 25 अक्तूबर को इंडोनेशिया के बाली शहर में गिरफ्तार करने के बाद शुक्रवार को भारत वापस लाया गया।

राजन के खिलाफ दिल्ली और मुंबई में दर्ज हत्या, रंगदारी और नशीले पदार्थों की तस्करी के 70 से ज्यादा मामलों में मुकदमा चलाने के लिए देश लाया गया है। वह एक समय में दाऊद इब्राहीम का निकट सहयोगी था। राजन को शुक्रवार को सीधे सीबीआइ मुख्यालय लाया गया था जहां उसके साथ प्रारंभिक दौर की पूछताछ की गई। राजन की 25 अक्तूबर को बाली में गिरफ्तारी के बाद भारत ने उसे वहां से शीघ्र स्वदेश भेजे जाने के लिए दबाव बनाया था। हालांकि बाली के पास के एक पर्वत पर स्थित ज्वालामुखी से राख और गुबार निकलने के कारण बाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बंद कर दिए जाने की वजह से उसके निर्वासन में देरी हुई। राजन के दिल्ली पहुंचने के बाद उसे सीबीआइ के इंटरपोल विभाग की एहतियातन हिरासत में रखा गया है और तब तक रखा जाएगा जब तक कथित रूप से फर्जी पासपोर्ट रखने का मामला दर्ज करने और महाराष्ट्र सरकार की ओर से सौंपे गए मामलों की जांच संभालने के लिहाज से कानूनी औपचारिकताएं पूरी नहीं हो जातीं। इससे पहले प्रवक्ता ने बताया था कि राजन चिकित्सकीय रूप से पूरी तरह स्वस्थ है और उसे डायलिसिस की कोई जरूरत नहीं है।

इस बीच दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने एक बैठक करके संयुक्त पूछताछ और उसकी सुरक्षा सहित कई मुद्दों पर चर्चा की है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दिल्ली में छोटा राजन से जुड़े छह मामले हैं। हालांकि हमारी पूछताछ इन तक सीमित नहीं होगी और हम आइएस सहित विभिन्न आतंकी संगठनों के साथ अंडरवर्ल्ड के कथित संबंधों के बारे में और जानकारी हासिल करने का प्रयास करेंगे। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राजन के मामले में खतरे की आशंका बहुत ज्यादा है क्योंकि उसे उसके अंडरवर्ल्ड के दुश्मनों की ओर से निशाना बनाया जा सकता है। खतरे की आशंका के बारे में पूछे जाने पर दिल्ली पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने कहा कि जरूरी सुरक्षा उपाय किए जाएंगे।