छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले (Baloda Bazar District) में 32 वर्षीय एक युवक तेजराम कोंदा (Tejram Kondah) को पुलिस ने दो महिलाओं की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। वह बघिर है और सुन सकने में असमर्थ (Hearing-Impaired) है। घटना की शुरुआत चार साल पहले हुई थी, जब कोंदा ने अपने गांव की 36 वर्षीय मानसिक रूप से बीमार एक महिला की हत्या कर दी थी। पुलिस के अनुसार, 29 मई 2020 को महिला का शव उसके घर से लगभग 100 मीटर की दूरी पर एक पेड़ के पास मिला था। जांच में पता चला कि कोंदा ने महिला के साथ यौन उत्पीड़न किया और जब उसने विरोध किया, तो उसने गुस्से में आकर उसके सिर पर डंडे से वार कर हत्या कर दी। कोंदा ने हत्या को आत्महत्या दिखाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया।

पहली हत्या के तीन साल बाद दिया था दूसरी घटना को अंजाम

इस घटना के लगभग तीन साल बाद, 13 मार्च 2023 को, पुलिस ने उसी गांव की 56 वर्षीय महिला का शव उसके घर के पास एक तालाब के किनारे पाया। इस महिला के सिर पर भी चोट के निशान थे, और अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था।

पुलिस को करीब एक महीने बाद एक महत्वपूर्ण सुराग मिला, जब शराब के नशे में कोंदा ने अपने एक दोस्त को इशारों की भाषा में बताया कि उसने दूसरी महिला की भी हत्या कर दी है। इस जानकारी के बाद पुलिस ने उसकी जांच शुरू की। मामले की जांच करते समय, उप पुलिस अधीक्षक किशोर वासनिक ने पाया कि दोनों हत्याओं में समानताएं थीं।

दोनों महिलाएं अकेली रहती थीं, क्योंकि उनके परिवार के सदस्य काम के सिलसिले में बाहर जाते थे। इसके अलावा दोनों महिलाएं गांव के अलग-अलग कोनों में रहती थीं, और उनकी हत्या के तरीके में भी समानताएं थीं। दोनों के सिर पर चोट लगी थी और उनके शवों को घर से बाहर खींचकर ले जाया गया था।

तेजराम कोंदा ने आखिरकार एक सांकेतिक भाषा विशेषज्ञ (Sign Language Expert) के सामने अपने अपराधों को कबूल किया, जिसके बाद 6 सितंबर 2023 को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि दोनों हत्याओं में कोंदा ने महिलाओं पर यौन संबंध बनाने का दबाव डाला था, और उनके इनकार करने पर उसने उनकी हत्या कर दी।