चेन्नई बुधवार को वस्तुत: टापू में तब्दील हो गया और तमिलनाडु के कई तटीय इलाके जलमग्न हो गए हैं। पिछले सौ सालों में हुई अभूतपूर्व बारिश के कारण महानगर, इसके उपनगरीय इलाके और पड़ोसी जिले में पानी ने तबाही मचा रखी है जिससे अहम सड़क और रेल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं और हवाई अड्डे बंद हैं। हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
चेन्नई में पिछले 24 घंटे में 49 सेंटीमीटर बारिश हुई है जबकि चेमबरमबक्कम में 47 सेंटीमीटर बारिश हुई है जहां जलाशय का करीब 25 हजार क्यूसेक अतिरिक्त पानी अडयार नदी में छोड़ा गया है। बारिश के कारण लोगों का घर-बार तबाह हो गया है। अडयार नदी के किनारे हाउसिंग बोर्ड के घरों में बाढ़ का पानी दूसरी मंजिल तक पहुंच गया है। नगर और उपनगरीय इलाके में राहत और बचाव की उम्मीद में लोग छतों पर डेरा डाले हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण महानगर और राज्य के दूसरे हिस्से में मरने वाले लोगों की संख्या 197 तक पहुंच गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात मुख्यमंत्री जे जयललिता से बात की और हर तरह से सहायता का वादा किया।प्रधानमंत्री ने अपने कैबिनेट सहयोगियों राजनाथ सिंह (गृह), अरुण जेटली (वित्त) और एम वेंकैया नायडू (संसदीय मामले) के साथ बुधवार सुबह बैठक कर स्थिति का जायजा लिया। कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा के नेतृत्व में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने स्थिति की समीक्षा की और केंद्र की तरफ से राज्य को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। भारी बारिश के कारण हवाई, सड़क और रेल सेवाएं बंद हैं जिससे हजारों यात्री हवाई अड्डे और विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर फंसे हुए हैं। उपनगरीय रेल सेवाएं भी बंद हैं।
नागरिकों और प्रशासन के लिए और चिंता पैदा हो गई है क्योंकि मौसम विज्ञानियों ने अगले तीन दिनों तक बारिश होने का अनुमान जताया है और अगले 48 घंटे काफी अहम होंगे क्योंकि बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका के तट पर कम दबाव और उच्च वायु प्रवाह की स्थिति बनी हुई है। इसके बाद राज्य में चक्रवात रोधी स्थिति पैदा होगी जिससे कुछ स्थानों पर भारी बारिश होगी। मौसम विभाग के महानिदेशक एलएस राठौर ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा, ‘यह स्थिति अगले सात दिनों तक बनी रहेगी लेकिन अगला 48 घंटा काफी अहम है। पड़ोसी राज्यों में भी बारिश होगी’।
चेन्नई और इसके आसपास के इलाके कांचीपुरम, तिरूवल्लुर, कुड्डालोर और विल्लूपुरम में मंगलवार को जहां भारी बारिश हुई थी वहीं बुधवार को रुक-रुक कर बारिश हुई। सेना, नौसेना और वायुसेना ने राष्ट्रीय आपदा राहत बल, पुलिस और दमकल के कर्मियों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर बचाव और पुनर्वास काम शुरू किया है। सार्वजनिक परिवहन, बिजली और आवश्यक पदार्थों की कमी के कारण महानगर और उपनगरीय इलाके में सामान्य जनजीवन पूरी तरह बाधित हो गया है। टेलीफोन टावर के काम नहीं करने के कारण मोबाइल फोन सेवा और लैंडलाइन फोन सेवा पूरी तरह चरमरा गई है।
अडयार नदी का पानी सड़क के स्तर तक आ जाने के कारण अन्ना सलाई (माउंट रोड) और कोट्टूरपुरम को जोड़ने वाला मराईमलाई अडिगल पुल को बंद कर दिया गया है। बुरी तरह प्रभावित इलाके तमबारम, मुदीचुर और ओरापक्कम में सेना, नौसेना तटरक्षक बल और एनडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है। मशहूर आइटी कोरीडोर बाढ़ से प्रभावित है। आइटी और ऑटो कंपनियों और अमबातुर के औद्योगिक क्षेत्र में काम बाधित हो गया है। महानगर के अधिकतर इलाकों में एहतियात के तौर पर बिजली काट दी गई है जबकि लोगों को दूध और पानी जैसे जरूरी सामान की आपूर्ति नहीं हो रही है।
वायुसेना के हेलिकॉप्टर बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित कुछ इलाकों में भोजन के पैकेट बांटते दिखे। दक्षिण रेलवे ने कई इलाकों में पटरियों में दरार आने के बाद 16 रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया है। चेन्नई सेंट्रल और एगमोर सेक्शन पर 12 रेलगाड़ियों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है। हवाई अड्डे के रनवे, टारमाक और एप्रन बाढ़ के पानी से भरे हुए हैं और इसे गुरुवार सुबह छह बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है। हवाई अड्डे पर मंगलवार रात संचालन बंद कर दिया गया। चेन्नई से विमानों को बंगलूर, हैदराबाद और अन्य नजदीकी शहरों की तरफ भेज दिया गया।
एएआइ के प्रवक्ता ने नई दिल्ली में बताया कि भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने इस सिलसिले में सभी हवाई संचालकों को एनओटीएएम (नोटिस टू एअरमैन) जारी कर दिया है। नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि हवाई अड्डे पर हर चीज बाधित है और कहा कि बारिश रुकने के बाद ही हवाई सेवा बहाल करने पर निर्णय किया जाएगा।
सेना ने बयान जारी कर बताया कि सेना के गैरीसन इन्फैंट्री बटालियन के चार कॉलम को विभिन्न इलाकों में तैनात किया गया है और अतिरिक्त कॉलम को तैयार रखा गया है और दो कॉलम को बंगलुरु से लाया गया है। फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना के 30 ट्रक लगाए गए हैं। सेना ने बुधवार शाम तक 750 लोगों को बाहर निकाला है। राहत दलों को तैनात करने के अलावा सशस्त्र बलों ने स्थिति का आकलन करने के लिए यूएवी भी लांच किए हैं।
इस बीच कर्नाटक की सरकार ने बारिश और बाढ़ से प्रभावित तमिलनाडु में राहत कार्यों के लिए पांच करोड़ रुपए देने की घोषणा की है। राज्य सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली के दौरे पर गए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मुख्य सचिव कौशिक मुखर्जी को निर्देश दिया कि तमिलनाडु के अधिकारियों के साथ समन्वय कर वहां चिकित्सकीय और अन्य सहायता मुहैया कराई जाए।
पानी में फंसे लोगों के लिए ‘मुफ्त कॉल’ की मदद: दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि चेन्नई सर्किल में बीएसएनएल के लैंडलाइन कॉल्स को एक हफ्ते के लिए मुफ्त कर दिया गया है। साथ ही ऐसे टेलीफोन जिनके बकाया का भुगतान नहीं हुआ है उनके कनेक्शन 15 दिन तक काटे नहीं जाएंगे। वहीं निजी क्षेत्र के एअरसेल ने अगले तीन दिनों तक अपने चेन्नई के ग्राहकों के लिए देशभर में कहीं भी एअरसेल नंबर पर 10 मिनट नि:शुल्क कॉल की सुविधा की पेशकश की है। वोडाफोन अपने सभी प्रीपेड ग्राहकों को 10 रुपए के ‘छोटा क्रेडिट’ और वोडाफोन से वोडाफोन नेटवर्क पर कॉलिंग के लिए 10 मिनट के क्रेडिट की सुविधा की पेशकश कर रही है। इसके अलावा, कंपनी सभी ग्राहकों के लिए 100 एमबी मोबाइल डाटा की पेशकश कर रही है।
वाहन उद्योग भी हुए बंद: वाहन क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों हुंडै, फोर्ड और रेनो ने बाढ़ की वजह से चेन्नई में अपना परिचालन अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है। हुंडै बारिश की स्थिति देखने के बाद परिचालन फिर शुरू करने के बारे में फैसला करेगी। फोर्ड इंडिया ने भी अपने चेन्नई कारखाने में परिचालन बंद कर दिया है। रेनो इंडिया के भारत में मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक सुमीत साहनी ने कहा कि कर्मचारियों की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। मौसम सुधरने पर हम परिचालन फिर शुरू करेंगे।