उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की तैयारियां बड़े जोरों से चल रही हैं। चार धाम यात्रा अक्षय तृतीया 30 अप्रैल से शुरू होगी। इसी दिन गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे और इसी के साथ चार धाम यात्रा का प्रारंभ होगा। गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट खुलने के बाद केदारनाथ के कपाट दो मई तथा बद्रीनाथ धाम के कपाट चार मई को खुलेंगे।
उत्तराखंड सरकार यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा को प्राथमिकता दे रही है। यात्रा की पुख्ता व्यवस्थाओं के लिए सरकार की ठोस एवं गंभीर रणनीति को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को देहरादून में सचिवालय में तीसरी बार महत्त्वपूर्ण बैठक ली।
अब तक चार धाम यात्रा के लिए 28 लाख ने कराया पंजीकरण
इस साल अभी तक चार धाम यात्रा के लिए लगभग 28 लाख से अधिक श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। राज्य सरकार ने पिछले साल 2024 की चार धाम यात्रा की समापन के बाद ही इस वर्ष की यात्रा के लिए तैयारियां शुरू कर दी थीं। राज्य सरकार ने शीतकालीन चार धाम यात्रा भी आरंभ कर दी। अब देवभूमि उत्तराखंड में 12 महीने चार धाम यात्रा संचालित रहेगी, जो राज्य की संस्कृति एवं पर्यटन के उन्नति के साथ ही अर्थव्यवस्था के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान देगी। पहली बार यात्रा मार्गों को 15 सुपर जोन, 41 जोन तथा 137 सेक्टरों विभाजित किया गया है। प्रत्येक सेक्टर में पुलिस बल की तैनाती और निगरानी 24 घंटे रहेगी।
गढ़वाल रेंज कार्यालय में चार धाम यात्रा नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जा रहा है, जिसका प्रभारी यातायात पुलिस अधीक्षक देहरादून को बनाया गया है। इस कक्ष में पंजीयन, यातायात, पार्किंग व्यवस्था, ड्यूटी का व्यवस्थापन, सुरक्षा व्यवस्था, यात्री आवाजाही, डेटा प्रबंधन, फर्जी पंजीयन पर कार्यवाही, आपदा प्रबंधन सहित अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय जैसे कार्यों के लिए विशेष डेस्क स्थापित की जाएंगी। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय स्तर पर डीआइजी अपराध एवं कानून व्यवस्था के नेतृत्व में एक चारधाम सेल गठित किया जाएगा, जो यात्रा से संबंधित सूचनाओं का संकलन एवं समन्वय करेगा।
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने शुरू की अपनी तैयारी
समस्त यात्रा मार्गों पर नौ अपर पुलिस अधीक्षकों को रूट प्रभारी के रूप में अलग से नियुक्त किया गया है, जिनके द्वारा अपने ड्यूटी क्षेत्र में यात्रा व्यवस्थाएं की जाएंगी। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास ने बताया कि चार धाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अपनी तैयारी शुरू कर दी हैं। यात्रा के दौरान किसी भी संभावित आपदा का प्रभावी तरीके से सामना करने तथा यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण तथा उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा 24 अप्रैल को चार धाम यात्रा से जुड़े जनपदों में पूर्वाभ्यास का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि चार धाम यात्रा के लिए देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि वे एक सुरक्षित वातावरण में अपनी चार धाम यात्रा पूरी करें।