चंडीगढ़ में गुरुवार को होने वाला मेयर चुनाव टल गया था। चुनाव अधिकारी के बीमार होने की वजह से चुनाव टाल दिया गया। जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने कहा कि वह कोर्ट जा रहे हैं। वहीं, अब यह बात सामने आई है कि दोनों चुनाव अधिकारियों को पीठ दर्द की समस्या होने की वजह से 18 जनवरी 2024 को होने वाला चुनाव टाल दिया गया।

चंडीगढ़ नगर निगम मेयर पद के दोनों पीठासीन अधिकारियों को क्या हुआ इंडियन एक्सप्रेस ने इस बारे में पड़ताल की। जिसके बाद यह सामने आया कि दोनों को पीठ दर्द की दिक्कत हो गयी थी। मनोनीत पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह बीमार पड़ गए। जिसके कारण 18 जनवरी को अंतिम समय में चुनाव स्थगित कर दिया गया। अधिकारी गुरिंदर सोढ़ी ने बुधवार रात को पीठ दर्द की सूचना दी। 16 जनवरी को सचिव फिर से पीठ दर्द के कारण मेडिकल लीव पर चले गये। उसी दिन कांग्रेस पार्षद ने भी अपना नामांकन वापस लेने की मांग की थी।

पीठासीन अधिकारी को हुआ पीठ दर्द

चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) और इलाज कर रहे डॉक्टर ने हालांकि उनके भर्ती होने के कारण का खुलासा करने से इनकार कर दिया था। पर अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि अनिल मसीह को पीठ दर्द की समस्या के कारण भर्ती कराया गया था। सूत्रों से पता चला कि मेयर चुनाव के लिए नियुक्त पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह बुधवार रात को पीठ दर्द की शिकायत लेकर GMSH-16 अस्पताल गए थे।

अनिल इमरजेंसी रूम में जांच के लिए गए जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया गया था। फिलहाल हड्डी रोग विभाग में डॉक्टर कपीश की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। सूत्रों ने बताया कि उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच भर्ती कराया गया था। पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह की स्थिति के बारे में जब डॉ. कपीश से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि कृपया इसके बारे में MS से पूछें। वहीं, जब चिकित्सा अधीक्षक डॉ वीके नागपाल से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत जानकारी कैसे दे सकता हूं।

डॉक्टर ने किया जानकारी देने से इनकार

जब डॉ वीके नागपाल से पूछा गया कि अनिल मसीह ने किस बारे में शिकायत की है, तो उन्होंने जवाब दिया कि इलाज कर रहे डॉक्टर इस बारे में बता देंगे। यह कहने पर कि इलाज करने वाले डॉक्टर ने उनसे संपर्क करने के लिए कहा है तो डॉ नागपाल ने कहा कि मैं इलाज करने वाले डॉक्टर से पूछूंगा और जवाब दूंगा।

चंडीगढ़ मेयर चुनाव 6 फरवरी तक के लिए स्थगित

एक सूत्र ने बताया कि अनिल मसीह का 17 साल पहले गॉल ब्लैडर का ऑपरेशन हुआ था और उनका लगभग 10 सालों से हाइपर टेंशन का इलाज चल रहा है। अस्पताल के एक डॉक्टर के अनुसार, एक एमआरआई और कुछ टेस्ट किए जा चुके हैं और रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। चुनाव से पहले गुरुवार को पार्षदों को जानकारी दी गयी कि अनिल मसीह के खराब स्वास्थ्य के कारण मेयर चुनाव 6 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिए गए।

इस बीच, जब इंडियन एक्सप्रेस ने गुरिंदर सोढ़ी के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि सचिव 16 जनवरी को अचानक मेडिकल लीव पर चले गये। जानकारी दी गयी कि उन्हें भी कमर दर्द था। कमिश्नर अनिंदिता मित्रा ने कहा कि अधिकारी पीठ दर्द से परेशान हैं।